Thursday 14 May 2015

आखिर ब्यावर में पायलट ने अपनी फजीहत क्यों करवाई

राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष और अजमेर के सांसद रहे सचिन पायलट 13 मई को जब जिले के ब्यावर उपखंड में अपना स्वागत करवाने पहुंचे तो स्वागत के बजाए पाायलट की फजीहत हो गई। पायलट को भाषण दिए बिना ही समारोह से बैरंग लौटना पड़ा। हुआ यूं कि पायलट जब पाली की ओर जारहे थे, तो ब्यावर ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष डॉ. एस.सी.जैन ने अजमेर रोड स्थित हरि ट्रांसपोर्ट कंपनी के परिसर में एक स्वागत समारोह रख लिया। पायलट शायद ब्यावर के कांग्रेसियों के बारे में ज्यादा नहीं जानते थे, इसलिए उन्होंने उम्मीद जताई कि जब वे कंपनी के परिसर में पहुंचेंगे तो कांग्रेस के कार्यकर्ता उनके चरणों में लौट जाएंगे, उन्हें मालाओं से लाद दिया जाएगा।
पायलट जिन्दाबाद के नारे तो लगेंगे ही, लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं हुआ। इसके विपरीत ब्यावर के कांग्रेसियों ने अपने पिछले इतिहास को दोहराते हुए पायलट को खरी-खोटी सुनाई। कार्यकर्ताओं ने कहा कि कांग्रेस का पूरी तरह भट्टा बैठा हुआ है। ब्लॉक अध्यक्ष डॉ. जैन ने तो प्रदेश सचिव पारसपंच की ओर इशारा करते हुए कहा कि संगठन में नेताओं की भरमार है, जो पायलट अपने शानदार स्वागत की उम्मीद लगाए हुए थे, उन्हें जब तीखे कटाक्ष का सामना करना पड़ा तो पायलट भी उखड़ गए। समारोह में भाषण दिए बिना ही पायलट बैरंग लौट गए। इस घटना से पायलट को भी यह अहसास हो गया है कि ब्यावर के कांग्रेसी किस मिजाज के हैं। ब्यावर के कांग्रेसी अजमेर के कांग्रेसियों की तरह सिर्फ मिजाजपुरशी ही नहीं करते, बल्कि कार्यकर्ताओ की भावनाओं को भी व्यक्त करते हैं। भले ही इसके परिणाम कुछ भी हो, अजमेर में भी पायलट ने महेन्द्र सिंह रलावता को शहर जिला अध्यक्ष के साथ साथ प्रदेश सचिव भी बना रखा है। अब तो पायलट ने रलावता को कह दिया है कि अगस्त में होने वाले नगर निगम के चुनाव तक वे ही शहर कांग्रेस के अध्यक्ष रहेेंगे। रलावत के पास दो पद होने की शिकायत शहर का कोई कांग्रेसी नहीं कर रहा है। यही तो फर्क है अजमेर और ब्यावर के कांग्रेसियों में।
(एस.पी. मित्तल)(spmittal.blogspot.in) M-09829071511

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