Saturday 2 May 2015

पुष्कर पालिकाध्यक्ष मुंबई में मना रहे है जन्मदिन का जश्न

पार्षदों का कुनबा हवाई जहाज से पहुंचा मुंबई
अजमेर जिले के पुष्कर तीर्थ की आमदनी का मुख्य जरिया यहां आने वाले श्रद्धालुओं से ही है। यहां की नगर पालिका की आय भी श्रद्धालुओं से ही होती है। ऐसी पालिका के अध्यक्ष कमल पाठक इन दिनों माया नगरी मुंबई में अपना जन्मदिन आलीशान तरीके से मना रहे हंै। मजदूर दिवस एक मई के जन्मदिन को मुंबई में मनाने के लिए पालिकाध्यक्ष पाठक 29 अप्रैल को ही पार्षदों और उनके रिश्तेदारों को हवाई जहाज से मुंबई ले गए। तय कार्यक्रम के मुताबिक पार्षदों का कुनबा 6 मई को हवाई जहाज से ही जयपुर के सांगानेर एयरपोर्ट पर उतरेगा। मुंबई से आ रही खबरों के अनुसार पालिकाध्यक्ष का जन्मदिन मनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी जा रही है। माया नगरी के लटके-झटके तो देखे ही जा रहे है साथ ही समुद्र के किनारे बालू रेत में आनंद भी उठाया जा रहा है। पार्षदों की चाकरी के लिए पालिका के ईओ शशिकांत शर्मा मुंबई में मौजूद है। इसके साथ ही मुंंबई जाने वालों में पालिका के उपाध्यक्ष मुकेश कुमावत, पार्षद मदन सांखला, भीकम खत्री, महेश पाराशर तथा गजेन्द्र बाकोलिया शामिल है। इसके अतिरिक्त महिला पार्षद बीना पाराशर के पति जीवन पाराशर, श्रीमती तुलसी वैष्णव के पति शिवजी वैष्णव, बीना राजगुरु के पति पवन राजगुरु, सारिका वैष्णव के पति अरूण वैष्णव के साथ-साथ पार्षद श्रीमती मंजू डोलिया के पुत्र विजय डोलिया, मंजू बाकोलिया के पुत्र रोहन बाकोलिया व पार्षद महेश पाराशर के भाई सुरेश पाराशर भी मुंबई में कमल पाठक का जन्मदिन का जश्न मना रहे हैं। ऐसा नहीं कि पालिकाध्यक्ष पाठक को अपनी कुर्सी बचाने के लिए पार्षदों को मुंबई की सैर करवानी पड़ रही है। 20 सदस्यों वाले बोर्ड में भाजपा के 16 पार्षद है जबकि कांग्रेस का नाममात्र के लिए एक पार्षद है। तीन निर्दलीय पार्षद है। ऐसे में पाठक की स्थिति बहुत मजबूत है। भाजपा के राजनैतिक क्षेत्रों में चर्चा है कि पाठक की नजर पुष्कर विधानसभा क्षेत्र में है। पाठक अगली बार पुष्कर का विधायक बनने का ख्वाब देख रहे हैं। पाठक जमीनों के कारोबार से जुड़े हुए भाजपा के ताकतवर राजनेता हैं। पांच माह पहले जब पालिकाध्यक्ष के उम्मीदवार के चयन को मामला भाजपा के सामने आया तो कमल पाठक के समर्थन में 16 में से 10 पार्षद एकजुट हो गए। ऐसे में संगठन को न चाहते हुए भी पाठक को पालिकाध्यक्ष बनाना पड़ा। भाजपा अब भी राजनीति में सुचिता और ईमानदारी का दावा करती है लेकिन भाजपा के नेताओं के पास इस बात का कोई जवाब नहीं है कि पालिकाध्यक्ष पाठक मुंंबई में अपना जन्मदिन मना कर जो लाखों रुपया खर्च कर रहे हैं वह कहां से आ रहा है? पाठक का भाजपा संगठन में इतना दबदबा है कि संगठन का कोई भी पदाधिकारी मुंबई जश्न पर बोलने को तैयार नहीं है।
(एस.पी. मित्तल)(spmittal.blogspot.in) M-09829071511

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