Saturday 20 February 2016

क्या अजमेर विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष शिवशंकर हेड़ा को बंदर काट पाएंगे।



क्षेत्रीय नागरिकों को है इंतजार।
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अजमेर विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष शिवशंकर हेड़ा अजमेर के रेम्बुल रोड स्थित मेहबूब की कोठी के क्षेत्र में रहते हैं। यह इलाका वीआईपी माना जाता है। राजनेताओं के साथ-साथ उद्योगपति व्यापारी, प्रशासनिक अधिकारी एवं प्रमुख समाजसेवी इसी क्षेत्र में निवास करते हैं। बड़े आलीशान बंगले, कोठी, मकान आदि का निर्माण हो रखा है। लेकिन पिछले दो वर्षो से इस क्षेत्र में बंदरों का ऐसा आतंक है कि सुख-चैन छीन गया है। घरों में घुसकर सामान बिखरने, मुख्य द्वार पर लगी फैन्सी लाइटों को तोडऩे, बगीचे उजाडऩे आदि की वारदातें तो हर घर में आए दिन हो रही हैं, लेकिन अब सबसे बड़ा खतरा छोटे बच्चों की जान पर आ गया है। बंदरों के आतंक की वजह से छोटे बच्चों को बाहर खेलने भी नहीं दिया जा रहा। महबूब की कोठी के क्षेत्र में अनेक नागरिक मिल जाएंगे, जिन्हें बंदरों ने काटा है। चूंकि बंदर के काटने का इलाज प्राइवेट अस्पतालों में नहीं होता इसलिए धनाढ्य परिवारों के सदस्य को अपने इलाज के लिए सरकारी जेएलएन अस्पताल जाना पड़ता है। अस्पताल के चिकित्सकों का कहना है कि बंदर काटने के सबसे ज्यादा रोगी महबूब की कोठी के क्षेत्र से ही आते हैं। जिस व्यक्ति को बंदर ने काटा है, उसे कई दिनों तक दो-दो इंजेक्शन लगवाने होते है।
ऐसा नहीं कि क्षेत्रीय नागरिकों ने नगर निगम, वन विभाग, जिला प्रशासन, पुलिस विभाग आदि को शिकायत न की हो। ढेरों शिकायतों के बाद भी इस क्षेत्र में बंदर पकडऩे का काम शुरू नहीं हुआ है। अब इस क्षेत्र के लोगों को आशा की किरण नजर आई है। हाल ही में महबूब की कोठी निवासी और भाजपा के वरिष्ठ नेता शिवशंकर हेड़ा को अजमेर विकास प्राधिकरण का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। इसमें हेड़ा रातों रात इस क्षेत्र के सबसे प्रभावशाली निवासी हो गए हैं। अब हेड़ा के घर के बाहर लालबत्ती लगी सरकारी कार भी खड़ी रहती है। क्षेत्रीय नागरिकों को अब इंतजार है बंदरों के हेड़ा को काटने का। नागरिकों का मानना है कि जब किसी प्रभावशाली व्यक्ति पर बंदर हमला करेंगे तब जाकर बंदरों के खिलाफ कार्यवाही होगी। आम पीडि़त नागरिक की तो किसी भी स्तर पर सुनवाई नहीं होती है। कुछ परेशान नागरिक तो अपने मकान की छत पर आएं बंदरों को हेड़ा के मकान की ओर भगाते रहते है।
(एस.पी. मित्तल)  (20-02-2016)
(spmittal.blogspot.in) M-09829071511

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