Thursday 4 February 2016

क्या हाफिज सईद की धमकी से सबक लेंगी महबूबा मुफ्ती।



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मुम्बई में 26/11 के आतंकी हमले का मास्टर माइंड और भारत के खिलाफ जहर उगलने वाले पाकिस्तान के हाफिज सईद ने 3 फरवरी को पाक अधिकृत कश्मीर के मुजफ्फराबाद में एक बड़ी रैली की। इस रैली में सईद ने खुलेआम कहा कि यदि भारत ने कश्मीर को आजाद नहीं किया तो उसे पठानकोट जैसे आतंकी हमले और भुगतने होंगे। सईद ने कश्मीर के अलगाववादी नेता सलाउद्दीन की भी जमकर प्रशंसा की। सईद ने ऐसे मौके पर कश्मीर को आजाद करने की बात कही है, जब हमारे जम्मू-कश्मीर में गठबंधन की सरकार बनाने के प्रयास हो रहे हैं। भाजपा चाहती है कि पीडीपी की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती गठबंधन सरकार का नेतृत्व करें। लेकिन इसके लिए महबूबा तैयार नहीं हो रही हंै। महबूबा ने भाजपा के समक्ष ऐसी शर्तें रखी है, जिनसे कश्मीर में सेना की पकड़ कमजोर होती है। इसे एक संयोग ही कहा जाएगा कि एक ओर हमारे कश्मीर में महबूबा मुफ्ती अलगाववादियों की मांगों का समर्थन कर रही हैं, तो दूसरी ओर पाक अधिकृत कश्मीर में हाफिज सईद जैसे नेता खुलेआम कश्मीर की आजादी की दुहाई दे रहे हैं। क्या महबूबा मुफ्ती ने जो रुख अपनाया है, उससे हाफिज सईद जैसे नेताओं को मदद नहीं मिलेगी? अमरीका भी हाफिज सईद को एक आतंकी नेता मानता है। इसलिए हाफिज  पर अमरीका ने एक करोड़ डॉलर का ईनाम घोषित कर रखा है, लेकिन पाकिस्तान की सरकार की हिम्मत नहीं है कि हाफिज सईद के खिलाफ कोई कार्यवाही कर सके। 3 फरवरी को तो हाफिज सईद ने स्वयं को ऐसे घोषित किया कि जैसे वो ही पाकिस्तान की सरकार चला रहा है। महबूबा को हाफिज सईद की ताजा धमकी को देखते हुए चाहिए कि वह कश्मीर में लोकतांत्रिक सरकार के गठन में सहयोग करें। आतंकवाद की वजह से कश्मीर के आर्थिक हालात बेहद खराब हो गए हैं। जिस कश्मीर को धरती का स्वर्ग कहा जाता था, उसके हालात आज नरक से भी बदत्तर हो गए हैं। महबूबा मुफ्ती एक निर्वाचित प्रतिनिधि हंै। ऐसे मे ंउनका भी यह दायित्व बनता है कि वे कश्मीर में लोकतांत्रित सरकार बनवा दे। यदि महबूबा कोई सकारात्मक पहल नहीं करती हैं तो फिर हाफिज सईद के मंसूबे ही कामयाब होंगे। जहां तक हाफिज सईद की धमकी का सवाल है, तो भारत सरकार को सतर्क रहना ही चाहिए। हाफिज सईद के भेजे हुए आतंकवादी, अब कश्मीर से निकलकर पंजाब के पठानकोट तक आ गए हैं। सरकार को सईद की धमकी को गंभीरता के साथ लेना चाहिए। 

(एस.पी. मित्तल)  (04-02-2016)
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