Tuesday 11 April 2017

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तो फिर गुर्जर समुदाय आरक्षण क्यों मांग रहा है? कोटपुतली में दहेज में एक करोड़ देने का मामला। आयकर विभाग ने दिया नोटिस।
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10 अप्रेल को रात 8:30 बजे जी टीवी के राजस्थान न्यूज चैनल पर न्यूज-व्यूज का लाइव प्रोग्राम प्रसारित हुआ। यह प्रोग्राम राजस्थान के कोटपुतली के रामपुरा गांव की एक घटना पर था। इस घटना के वीडियो में बताया गया कि गुर्जर समाज के लीलाराम गुर्जर की बेटियों के विवाह में एक करोड़ 51 हजार रुपए का दहेज दिया गया। एक करोड़ रुपए की गिनती एक-एक लाख के नोटों की गड्डियों के तौर पर की गई। इस प्रोग्राम में पत्रकार के तौर पर मुझे भी शामिल किया गया। मेरे साथ राजस्थान महिला आयोग की अध्यक्ष श्रीमती सुमन शर्मा, बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष सुश्री मनन चतुर्वेदी, हाईकोर्ट के मशहूर वकील प्रतीक कासलीवाल तथा गुर्जर नेता श्रीराम बैसला भी थे। प्रोग्राम के एंकर राहुल ने घटना की पृष्ठभूमि बताते हुए सभी मेहमानों से जवाब मांगा। सभी ने इस घटना की निन्दा की। मेरा यह कहना रहा कि इस घटना से गुर्जर समाज के आरक्षण के आन्दोलन को भी धक्का लगेगा। एक ओर गुर्जर समुदाय स्वयं को पिछड़ा हुआ मानकर अलग से 5 प्रतिशत आरक्षण की मांग कर रहा है तो दूसरी ओर इसी समाज में एक करोड़ रुपए दहेज में दिए जा रहे हैं। हालांकि प्रोग्राम में समाज के नेता श्रीराम बंैसला ने कहा कि इस एक घटना से सम्पूर्ण समाज को आर्थिक दृष्टि से सम्पन्न नहीं माना जा सकता। बैसला ने कहा कि राजस्थान में गुर्जर समाज के लोग बेहद गरीब हैं। बड़ी मुश्किल से पशुपालन कर अपना परिवार चलाते हैं। उन्होंने कहा कि इस पूरे मामले को दिखलाएंगे और पता लगाएंगे कि आखिर इतनी बड़ी रकम के प्रदर्शन की जरूरत क्यों पड़ी। यह सही भी है कि राजस्थान में गुर्जर समाज पिछड़ा हुआ है, लेकिन जब दहेज के लिए एक करोड़ रुपए दिए जाते हैं तो फिर सवाल भी उठते हैं। इस मामले में प्रशासन की लापरवाही भी सामने आई है। एक करोड़ रुपए का दहेज कोई गुपचुप में नहीं दिया गया, बल्कि रामपुरा गांव में गुर्जर समाज की पंचायत बुलाकर इसका प्रदर्शन हुआ। सवाल उठता है कि क्या इस पंचायत की भनक कोटपुतली के प्रशासन को नहीं लगी? यूं तो छोटी-मोटी घटना पर भी पुलिस वाला पहुंच जाता है। लेकिन कई घंटों चली पंचायत में पुलिस भी नहीं पहुंची। चूंकि यह एक संगठित समाज का मामला है, इसलिए कोई कार्यवाही संभव नहीं है। लेकिन उन अधिकारियों के खिलाफ कार्यवाही होनी चाहिए, जिन्होंने घटना को होने दिया। 
(एस.पी.मित्तल) (11-04-17)
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