Wednesday 1 July 2015

जिला प्रमुख को हराने के लिए भाजपा विधायकों ने कांग्रेस उम्मीदवारों को जिता


(spmittal.blogspot.in)
या। भाजपा के अनुशासन की खुली पोल।
अजमेर की जिला प्रमुख कुमारी वंदना नोगिया को राजनैतिक दृष्टि से हराने के लिए जिले के भाजपा विधायकों ने जिला परिषद की स्थाई समितियों के सदस्यों के चुनाव में कांग्रेस के उम्मीदवारों को जितवा दिया। जिला परिषद ने भाजपा के 23 तथा कांग्रेस के मात्र 9 सदस्य हैं। ऐसी स्थिति में पांचों समितियों में कांग्रेस का कोई उम्मीदवार चुनाव नहीं जीतना चाहिए था, लेकिन जिले के भाजपा विधायकों ने अपने-अपने विधानसभा क्षेत्रों में चुने गए सदस्यों को संकेत दे दिया कि समितियों के चुनाव में जिला प्रमुख नोगिया को राजनैतिक दृष्टि से नीचा दिखाना है। यही वजह रही कि 25 सदस्यों में से सात कांग्रेस के चुन लिए गए। कांग्रेस के उम्मीदवारों को 21 तक वोट मिलने से यह जाहिर होता है कि भाजपा के सदस्यों ने खुलेआम कांग्रेस के सदस्यों को जितवाने में मदद की। भले ही नोगिया भाजपा की जिला प्रमुख हो लेकिन भाजपा के विधायकों ने यह साबित कर दिया है कि नोगिया का अपनी जिला परिषद में कोई महत्त्व नहीं है। भाजपा के विधायकों ने भले ही नोगिया को हरा दिया हो, लेकिन इन विधायकों ने भाजपा की इज्जत को मिट्टी में मिला दिया। जो विधायक सत्तारूढ़ पार्टी होने का लाभ प्राप्त कर रहे हैं, उन्होंने ही अपनी पार्टी से दगा किया है। विधायक यह कहकर पल्ला नहीं झाड़ सकते कि इन चुनावों में उनकी कोई रुचि नहीं थी। आज यदि जिला परिषद में बगावत करने वाले सदस्यों के खिलाफ कोई कार्यवाही की जाती है तो यह विधायक ही बचाने के लिए सामने आएंगे।
नोगिया भेजेंगी अध्यक्ष को रिपोर्ट
समितियों के चुनाव में भाजपा विधायकों की भूमिका और जिला परिषद के भाजपा सदस्यों की खुली बगावत को लेकर जिला प्रमुख नोगिया एक रिपोर्ट भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष अशोक परनामी को भेजेंगी। इस रिपोर्ट में यह बताया जाएगा कि चुनाव में किस प्रकार से कांग्रेस के उम्मीदवार जीत पाए हैं। विगत दिनों ही नोगिया ने मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और प्रदेश अध्यक्ष परनामी से मुलाकात की थी। इस मुलाकात में नोगिया ने कहा कि भाजपा के विधायक उन्हें काम नहीं करने दे रहे हैं। आए दिन परेशान किया जा रहा है। इस पर सीएम और परनामी ने उचित कार्यवाही करने का भरोसा दिलाया, लेकिन मात्र तीन दिन बाद ही जिले के भाजपा विधायकों ने नोगिया को अहसास करा दिया कि वे न तो सीएम से और न प्रदेश अध्यक्ष से डरते हैं। एक तरह से भाजपा विधायकों ने प्रदेश नेतृत्व को भी खुली चुनौती दी है।
समितियों में भाजपा व कांग्रेस के विजयी सदस्य
जिला परिषद की शिक्षा समिति में चन्द्रकांता रावत, माया, रामधन नुवाद, शमशेरसिंह, सरोज देवी सभी भाजपा के सदस्य विजयी हुए।
विकास और उत्पादन कार्य समिति में भाजपा के गणेश चौधरी, रामधन नुवाद, संतोष गोयल व कांग्रेस के गिरधारी गुर्जर, समोक देवी रेगर सदस्य चुने गए।
प्रशासन और स्थापना समिति में भाजपा के गणेशलाल चौधरी, डाउसिंह, माणक उर्फ मदनसिंह, ललिता प्रजापति व कांग्रेस के हनुमान वैष्णव विजयी हुए।
ग्रामीण जल प्रदाय समिति में भाजपा के चन्द्रकांता रावत, रेखा जाट, संतोष गोयल, शंकर लाल व कांग्रेस के हेमराज चौधरी विजय हुए।
वित्त और कराधान समिति में जिला प्रमुख वंदना नोगिया, उप जिला प्रमुख टीकमचंद चौधरी, कांग्रेस के गिरधारी गुर्जर, आशा तंवर, राम रघुनाथ बरल चुनाव जीते।
भाजपा पार्षद का इस्तीफा
जिला प्रमुख नोगिया को भाजपा के विधायकों द्वारा प्रताडि़त किए जाने के विरोध में अजमेर नगर निगम में भाजपा के पार्षद दयालराम सवासिया ने संगठन के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया है। सवासिया ने आरोप लगाया कि नोगिया अनुसूचित जाति की महिला है इसलिए उन्हें प्रताडि़त किया जा रहा है। सवासिया ने अपना इस्तीफा शहर जिला अध्यक्ष अरविन्द यादव को भेज दिया है।
(एस.पी. मित्तल)M-09829071511

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