(spmittal.blogspot.in)
22 जुलाई को पोस्ट मेरे एक ब्लॉग का शीर्षक था 'मोदी जी बताओ कहां रुका भ्रष्टाचारÓ। इसमें कोटा रेलमंडल की डीआरएम अर्चना जोशी पर जबरन वसूली के आरोप लगे थे। जोशी और चिकित्सा अधिकारी अनिल गुप्ता के बीच वसूली को लेकर जो संवाद हआ उसका ऑडियो टेप भी जारी हुआ था। अपने ब्लॉग में मैंने न खाऊगा न खाने दूंगा के पीएम के कथन को सामने रखकर रेलमंत्री सुरेश प्रभु से तत्काल कार्यवाही करने का आग्रह किया था। 25 जुलाई को इस मामले में रेलमंत्री ने ट्वीट किया और अर्चना जोशी को तत्काल प्रभाव से एपीओ करने के आदेश दिए। इतना ही नहीं इस पूरे मामले की जांच सतर्कता विंग से कराने के आदेश भी दिए। रेलमंत्री ने भ्रष्टाचार से जुड़े इस मामले में जिस तरह से एक्शन लिया है, उसका स्वागत किया जाना चाहिए। यदि सबूत के साथ भ्रष्टाचार का कोई मामला पीएम नरेन्द्र मोदी की सरकार के समक्ष रखा जाता है तो संबंधित मंत्री कार्यवाही करते ही हैं। कुछ लोग अन्य उदाहरण देकर मोदी सरकार की आलोचना कर सकते हैं, लेकिन मेरा मानना है कि जिन मामलों में कार्यवाही हो रही है, उनका तो स्वागत किया ही जाना चाहिए। 22 जुलाई की मेरी पोस्ट मेरे ब्लॉग spmittal.blogspot.in पर आज भी प्रदर्शित है। हालांकि पूरा प्रकरण इलेक्ट्रॉनिक और प्रिंट मीडिया में भी आया था, लेकिन मैंने पहली बार इस प्रकरण में पीएम मोदी और रेल मंत्री प्रभु को शामिल किया। मेरे फेसबुक अकाउंट पर भी तीखी प्रतिक्रियाएं हुई थी। उम्मीद है कि रेलमंत्री अब कोटा रेल क्षेत्र के जनरल मैनेजर के खिलाफ भी कार्यवाही करेंगे, क्योंकि उन्हीं की बेटी के विवाह के लिए डीआरएम अर्चना जोशी जबरन वसूली करते संदेह के घेरे में आई थी।
(एस.पी. मित्तल)M-09829071511
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