Sunday 26 July 2015

तो स्मार्ट सिटी के लिए अजमेर के डीसी धर्मेन्द्र भटनागर अब तक क्या कर रहे थे।


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26 जुलाई के अखबारों में छपा है कि राज्य सरकार ने जयुपर सहित प्रदेश के चार प्रमुख शहरों को स्मार्ट सिटी बनाने की प्रस्ताव भेजा है। इसमें उदयपुर और कोटा के साथ-साथ अजमेर को भी शामिल किया गया है। सवाल उठता है कि जब राज्य सरकार ने 25 जुलाई को प्रस्ताव बनाया है तो फिर अजमेर के संभागीय आयुक्त धर्मेन्द्र भटनागर पिछले आठ माह से स्मार्ट सिटी के लिए अजमेर में क्या कर रहे थे? पूरा शहर जानता है कि भटनागर ने स्मार्ट सिटी के लिए अजमेर विकास प्राधिकरण का करोड़ों रुपया खर्च करवा दिया था और कमेटियों का गठन कर स्मार्ट सिटी के लिए अनेक प्रस्ताव तैयार कर लिए। भटनागर की आए दिन बैठकों से जिला प्रशासन के अधिकारी भी परेशान हो चुके हैं। 25 जुलाई को मुख्य सचिव सी.एस.राजन की अध्यक्षता में हुई बैठक में ही अजमेर को स्मार्ट सिटी बनाने का प्रस्ताव तैयार किया गया। शहर वासियों के यह समझ में नहीं आ रहा है कि भटनागर ने पिछले आठ माह में जो मशक्कत की है, वह सही है या मुख्य सचिव ने 25 जुलाई को जो प्रस्ताव भेजा है, वह सही है। यदि मुख्य सचिव का प्रस्ताव सही है तो फिर आठ माह की मशक्कत को मजाक ही कहा जाएगा।
(एस.पी. मित्तल)M-09829071511

सूचना
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