Monday 7 December 2020

जीतने के बाद भी भाजपा के अधिकांश उम्मीदवार मत गणना में उपस्थित नहीं रहेंगे।कांग्रेस कितना भी सत्ता का दुरुपयोग कर ले, लेकिन अजमेर में जिला प्रमुख भाजपा का ही बनेगा। पंचायत समितियों में प्रधान भी-देवीशंकर भूतड़ा।पूर्व जिला प्रमुख श्रीमती सुशील कंवर पलाड़ा ने भी भाजपा के साथ एकजुटता दिखाई।कांग्रेस में चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा ने ताकत झौंकी।

जिला परिषद और अजमेर जिले की 11 पंचायत समितियों के सदस्य के चुनाव की मत गणना 8 दिसम्बर को होगी। जिले में जिला परिषद के 32 सदस्य चुने जाएंगे। भाजपा ने अधिकांश उम्मीदवारों को सवाई माधोपुर में सुरक्षित रखा है। 7 दिसम्बर को भाजपा की स्थिति उस समय और मजबूत हो गई जब पूर्व जिला प्रमुख श्रीमती सुशील कंवर पलाड़ा और उनके पति वरिष्ठ भाजपा नेता भंवर सिंह पलाड़ा ने सवाई माधोपुर कैम्प के प्रति अपना समर्थन जता दिया। पलाड़ा दम्पत्ति ने साफ कहा कि वे भाजपा के साथ हैं। पार्टी जिस किसी को भी जिला प्रमुख का उम्मीदवार बनाएगी उसे सहयोग किया जाएगा। श्रीमती पलाड़ा ने भी अपना सशक्त दावा प्रस्तुत किया है। श्रीमती पलाड़ा के साथ ही पुखराज पहाडिय़ा, ओम प्रकाश भडाना और महेन्द्र सिंह मझेवला ने भी जिला प्रमुख पद के लिए दावेदारी प्रस्तुत की है। भाजपा के देहात जिलाध्यक्ष देवी शंकर भूतड़ा ने कहा कि पंचायतीराज चुनाव में कांग्रेस सत्ता का दुरुपयोग कर रही है। कांग्रेस की साजिशों को नाकाम करने के लिए भाजपा के उम्मीदवारों को सुरक्षित स्थानों पर रखा है। कांग्रेस कितनी भी साजिश कर ले, लेकिन जिला प्रमुख भाजपा का ही बनेगा और 11 पंचायत समितियों में प्रधान भी भाजपा के बनेंगे। भूतड़ा ने कहा कि जिला प्रमुख को लेकर भाजपा में कोई विवाद नहीं है। सभी उम्मीदवार एकजुट हैं।
मतगणना में उपस्थित नहीं रहेंगे भाजपा उम्मीदवार:
प्राप्त जानकारी के अनुसार 8 दिसम्बर को मत गणना में भाजपा के अधिकांश उम्मीदवार उपस्थित नहीं रहेंगे। यहां तक जीतने के बाद भी भाजपा के उम्मीदवार मत गणना स्थल पर शपथ लेने नहीं आएंगे। जिला परिषद सदस्य के उम्मीदवार सवाई माधोपुर में हैं और उन्हें 9 दिसम्बर को अजमेर लाने की योजना है। जिला प्रमुख का चुनाव 10 दिसम्बर को होगा। जिला निर्वाचन अधिकारी प्रकाश राजपुरोहित ने बताया कि विजयी उम्मीदवार का मत गणना के तुरंत बाद निर्वाचन अधिकारी से शपथ लेना अनिवार्य नहीं है। विजयी उम्मीदवार जिला प्रमुख चुनाव के मतदान से पहले भी शपथ ग्रहण कर सकता है। यानि विजयी उम्मीदवार 10 दिसम्बर को भी शपथ ले सकते हैं।
रघु शर्मा ने ताकत झौंकी:
अजमेर जिले में कांग्रेस की ओर से राजनीतिक कमान चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा ने संभाल रखी है। शर्मा कांग्रेस के उन सभी नेताओं के सम्पर्क में हैं, जो चुनाव में सक्रिय रहे। हालांकि जिला परिषद सदस्य के उम्मीदवारों को कांग्रेस ने किसी एक स्थान पर एकत्रित नहीं किया है। लेकिन विधानसभा स्तर पर ऐसे उम्मीदवार वरिष्ठ नेताओं की निगरानी में रह रहे हैं। जिले में केकड़ी विधानसभा क्षेत्र ऐसा है, जहां तीन पंचायत समितियां हैं। चूंकि केकड़ी रघु शर्मा का निर्वाचन क्षेत्र है, इसलिए कांग्रेस का फोकस सबसे ज्यादा केकड़ी पर ही है। स्वयं रघु शर्मा ने भी चार दिनों तक केकड़ी विधानसभा क्षेत्र में चुनाव प्रचार किया था। केकड़ी में रघु की प्रतिष्ठा दांव पर लगी हुई है। कांग्रेस में संतोषजनक बात यह है कि जिले भर के कांग्रेस नेताओं ने रघु शर्मा को अपना नेता स्वीकार कर लिया है। जिला प्रमुख के चुनाव में कांग्रेस का उम्मीदवार रघु शर्मा ही तय करेंगे। इसी प्रकार जिले की पंचायत समितियों में भी प्रधान पद के उम्मीदवार रघु शर्मा ही बनाएंगे। 
S.P.MITTAL BLOGGER (07-12-2020)
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