Monday 2 November 2015

मुश्किल हो रहा है बिल्डिंग बायलॉज में संशोधन। 27 नवम्बर को फिर होगी जीसी



राज्य सरकार के नए बिल्डिंग बायलॉज में संशोधन करना अजमेर नगर निगम में मुश्किल हो रहा है। 2 नवम्बर को भी निगम की साधारण सभा में कोई निर्णय नहीं हो सका। इसलिए अब 27 नवम्बर को फिर जीसी बुलाई गई है। 2 नवम्बर को भाजपा के पार्षद रमेश सोनी, नीरज जैन, ज्ञान सारस्वत आदि ने कहा कि सरकार के बिल्डिंग बायलॉज पर अमल किया जाना चाहिए, जबकि भागीरथ जोशी, सम्पत सांखला आदि पार्षदों का कहना रहा कि अजमेर की भौगोलिक स्थिति को देखते हुए सरकार के बायलॉज अजमेर में लागू नहीं किए जा सकते। इस पर मेयर गहलोत का कहना रहा कि सरकार के बायलॉज भी परकोटे में लागू नहीं होंगे। इस पर पार्षद नीरज जैन ने कहा कि यह तो भेदभाव होगा। उन्होंने कहा कि निर्माण के नियम पूरे शहर में एक जैसे होने चाहिए। ऐसा लगता है कि परकोटे की आड़ लेकर अतिक्रमणकारियों की मदद की जा रही है। हाईकोर्ट ने अवैध निर्माणों को तोडऩे के आदेश दे रखे हैं। ऐसे में साधारण सभा में ऐसा कोई निर्णय नहीं होना चाहिए जो हाईकोर्ट के निर्णय के खिलाफ हो। वाद विवाद को देखते हुए ही मेयर ने 27 नवम्बर को इसी मुद्दे पर तीसरी बार जीसी बुलाई है। उन्होंने कहा कि भाजपा और कांग्रेस के पार्षद अपने सुझाव 10 नवम्बर तथा आमजन भी 16 नवम्बर तक अपने सुझाव दे सकते हैं। 
(एस.पी. मित्तल)(spmittal.blogspot.in)M-09829071511

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