Thursday 5 November 2015

देवनानी और भदेल के बीच फंसा अजमेर के भाजपा अध्यक्ष का पद



नहीं आए मंत्री भडाणा। 
अजमेर शहर के भाजपा अध्यक्ष के चुनाव के लिए 5 नवम्बर को राज्य के खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री हेमसिंह भडाणा को अजमेर आना था, लेकिन भडाणा नहीं आए। भडाणा के नहीं आने से अध्यक्ष का चुनाव भी नहीं हो सका। असल में अध्यक्ष को लेकर अजमेर शहर के दोनों विधायक वासुदेव देवनानी और अनिता भदेल आमने-सामने हैं। भाजपा हाईकमान नहीं चाहता कि भाजपा की जो फजीहत मेयर के चुनाव में हुई थी, वैसी फजीहत पार्टी अध्यश्क्ष के चुनाव में हो। मेयर के चुनाव में सुरेन्द्र सिंह शेखावत ने बागी के तौर पर चुनाव लड़ा। शेखावत को भदेल का समर्थक ही माना जाता था। ऐसा प्रतीत होता है कि अजमेर के भाजपा नेताओं और देवनानी-भदेल ने मेयर के चुनाव से कोई सबक नहीं लिया है। देवनानी और भदेल दोनों ही अपने-अपने समर्थक को अध्यक्ष बनवाना चाहते हैं। देवनानी और भदेल के पास तीन-तीन मंडल अध्यक्ष हैं। इसके अतिरिक्त राज्यप्रतिनिधि भी चुनव में भाग लेंगे। लेकिन चुनाव के प्रभारी भडाणा इस प्रयास में हैं कि सर्वसम्मति से अध्यक्ष के नाम की घोषणा हो जाए। हालांकि भडाणा को अभी तक भी इसमें सफलता नहीं मिली है। अलबत्ता देवनानी और भदेल ने प्रदेश अध्यक्ष अशोक परनामी से कहा है कि प्रदेश नेतृत्व जिस भी नेता को अध्यक्ष घोषित कर देगा उसे मान लिया जाएगा। लेकिन परनामी इस लफड़े में पडऩा नहीं चाहते हैं, अभी तक परनामी ने भडाणा को ही जिम्मेदारी दे रखी है, इस बीच आनंद सिंह राजावत का नाम भदेल खेते से उछाला गया है, जिसे देवनानी के समर्थकों ने एक सिरे से नकार दिया है। वर्तमान अध्यक्ष अरविंद यादव को यह पता है कि दोनों ही गुट उनके पक्ष में नहीं है, लेकिन फिर भी देवनानी-भदेल की खींचतान में यादव अपनी लॉटरी लगने की उम्मीद में बैठे हैं। यंू तो कई नाम चल रहे हैं, लेकिन किसी पर भी सर्वसम्मति नहीं बन पा रही है। 
(एस.पी. मित्तल)(spmittal.blogspot.in)M-09829071511

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