Tuesday 3 November 2015

चीफ इन्कमटेक्स कमिशनर पीके शर्मा का पीछा नहीं छोड़ रही है सीबीआई।



फिर पड़े छापे
अजमेर निवास चीफ इन्कमटेक्स कमिशनर पीके शर्मा के ठिकानों पर 3 नवम्बर को सीबीआई ने एक बार फिर छापेमारी की है। सीबीआई की टीमों ने 3 नवम्बर को अजमेर, जोधपुर, जयपुर, बेंगलुरू और देश के अन्य स्थानों पर छापामार कार्यवाही कर पीके शर्मा की सम्पत्तियों के बारे में पता लगाया है। सीबीआई की इस ताजा कार्यवाही में उन लोगों में फिर खलबली हो गई है जो किसी न किसी रूप से पीके शर्मा से जुड़े हुए हैं। माना जा रहा है कि शर्मा ने जो काली कमाई अर्जित की, उसमें व्यापारियों, प्रशासनिक अधिकारियों और प्रभावशाली व्यक्तियों की भूमिका रही है। ऐसे लोगों ने ही शर्मा की सम्पत्तियों को खरीदा या फिर बेचा। पीके शर्मा कोई 6 माह पहले तब चर्चित हुए थे जब रिश्वतखोरी के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। तब शर्मा जोधपुर में चीफ कमिशनर के पद पर नियुक्त थे। करोड़ों रुपए की रिश्वतखोरी में शर्मा के साथ-साथ विभाग के अन्य अधिकारियों और दलालों को गिरफ्तार किया गया था। सीबीआई ने तब भी शर्मा के खिलाफ अनेक सबूत एकत्रित किए थे लेकिन आयकर विभाग शुरू से ही शर्मा को बचाने में लगा रहा। यही वजह रही कि शर्मा जमानत पर जिस दिन जेल से बाहर आए उसके अगले दिन ही शर्मा को जोधपुर के चीफ कमिशनर कार्यालय में ही उपस्थिति दर्ज कराने के आदेश जारी कर दिए। हालांकि सीबीआई ने शर्मा की जोधपुर में उपस्थिति का विरोध भी किया, लेकिन आयकर विभाग के बड़े अधिकारियों ने कोई सुनवाई नहीं की। विभाग के अधिकारियों से  खफा होकर ही सीबीआई ने एक बार फिर पीके शर्मा के खिलाफ बड़ी कार्यवाही शुरू की। पहले की कार्यवाही में तो सीबीआई ने शर्मा के साझेदारों को बक्श दिया था। लेकिन अब शायद ऐसे साझेदार भी सीबीआई के शिकंजे में आ जाएंगे।
अजमेर में है अकूत सम्पत्ति:
शर्मा अजमेर के ही रहने वाले हैं। वर्तमान में भी पुष्कर रोड स्थित महावीर कॉलोनी के सामने शर्मा के दो बड़े आलीशान बंगले हैं। इसके अतिरिक्त पुष्कर रोड पर ही एक बड़े भूखण्ड में साझेदारी और पुष्कर में कई बीघा भूमि है। जयपुर में फ्लेट, जमीन आदि के साथ-साथ जोधपुर में भी अनेक सम्पत्तियां बताई जा रही है। सीबीआई अब आय से अधिक सम्पत्ति अर्जित करने के मामले की जांच पड़ताल कर रही है। शर्मा के ठिकानों पर छापामार कार्यवाही को गम्भीर माना जा रहा है। इस बार की कार्यवाही में आयकर विभाग के वे अधिकारी भी चपेट में आ सकते हैं जिन्होंने भ्रष्टाचार के मामले में शर्मा की मदद की है।
(एस.पी. मित्तल)(spmittal.blogspot.in)M-09829071511

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