Thursday 6 August 2015

पायलट द्वारा दिए गए टिकट को रलावता-राजावत ने बदला।

पायलट का पुतला फूंका।
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष की हैसियत से सचिन पायलट ने अपने गृह नगर अजमेर के नगर निगम के चुनाव में जिस महिला को कांग्रेस का उम्मीदवार घोषित किया उसे प्रदेश सचिव कुलदीप सिंह राजावत और शहर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष महेन्द्र सिंह रलावता ने बदल दिया। इस अदला-बदली के विरोध में 6 अगस्त को अजमेर के प्रमुख मदार गेट बाजार के चौराहे पर लोगों ने पायलट का पुतला जलाया।
नगर निगम के चुनाव के लिए 5 अगस्त को नामांकन का अंतिम दिन था। कांग्रेस ने जो सूची जारी की उसमें वार्ड संख्या 12 से श्रीमती निर्मला खंडेलवाल को उम्मीदवार बनाया। इसलिए श्रीमती खंडेलवाल ने अपने समर्थकों के साथ नामांकन दाखिल किया। लेकिन 6 अगस्त को जब नामांकन पत्रों की जांच हुई तो श्रीमती खंडेलवाल का नामांकन खारिज कर दिया। निर्वाचन अधिकारी हरफूल सिहं यादव ने बताया कि कांग्रेस के सचिव कुलदीप सिंह राजावत के हस्ताक्षर वाले जो सिम्बल शहर अध्यक्ष महेन्द्र सिंह रलावता ने दिए, उसमें वार्ड संख्या 12 से श्रीमती रितू गोयल को उम्मीदवार बताया गया है। अब श्रीमती खंडेलवाल को निर्दलीय उम्मीदवार भी नहीं माना जा सकता। क्योंकि नियमों के तहत श्रीमती खंडेलवाल ने पांच प्रस्तावकों के हस्ताक्षर नहीं करवाए हैं। यादव ने बताया कि  6 अगस्त को कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष का एक पत्र भी फैक्स के जरिए प्राप्त हुआ है। इस पत्र में वार्ड संख्या 12 से निर्मला खंडेलवाल को ही उम्मीदवार मानने का अग्रह किया गया है। लेकिन पायलट का यह पत्र निर्वाचन विभाग के लिए कोई मायने नहीं रखता है क्योंकि 5 अगस्त को दोपहर तीन बजे तक जिस उम्मीदवार के नाम का सिम्बल प्राप्त हुआ है, उसे ही पार्टी का अधिकृत उम्मीदवार माना गया।
पुतला जलाया, बाजार बंद :
उम्मीदवारी छीनने और नामांकन खारिज होने की जानकारी मिलते ही श्रीमती खंडेलवाल के समर्थक नाराज हो गए। वार्ड संख्या 12 में आने वाले मदारगेट बाजार पर बड़ी संख्या में सर्मथक एकत्र हुए और बाजार को बंद करवा दिया। नाराज कांग्रेसियों ने शहर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष महेन्द्र सिंह रलावता, प्रदेश सचिव और अजमेर के प्रभारी कुलदीप सिंह राजावत के खिलाफ जमकर नारेबाजी की, साथ ही प्रदेश अध्यक्ष पायलट का पुतला जलाया। श्रीमती खंडेलवाल का भी कहना रहा कि पहले घोषणा और फिर उम्मीदवारी छीनने से उन्हें समाज में अपमानित होना पड़ा है। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस में टिकटो की खरीद-फरोख्त हुई है।
किसने बदली उम्मीदवारी
जब पालयट यह लिखकर दे रहे हैं कि वार्ड संख्या 12 से निर्मला खंडेलवाल ही उम्मीदवार है तो फिर सवाल उठता है कि श्रीमती खंडेलवाल की जगह श्रीमती रितु गोयल को उम्मीदवार किसने बनाया? निर्वाचन अधिकारी को अधिकृत उम्मीदवारों के नाम के जो सिम्बल दिए गए, उन पर प्रदेश सचिव कुलदीप सिंह राजावत के हस्ताक्षर है। ऐसे सभी सिम्बल शहर अध्यक्ष रलावता ने ही निर्वाचन अधिकारी को सौंपे। अब यह संदेह व्यक्त किया जा रहा है कि राजावत और रलावजा ने ही पायलट का उम्मीदवार बदल दिया। श्रीमती निर्मला खंडेलवाल के लिए पूर्व विधायक डॉ. राजकुमार जयपाल ने पायलट को सिफारिश की थी। श्रीमती खंडेलवाल अजमेर के प्रसिद्ध खंडेलवाल कैट्र्स परिवार की सदस्य हैं। इस परिवार का वार्ड संख्या 12 के लोगों से खासा प्रभाव है। परिवार के सदस्य कांग्रेस में सक्रिय रहे है। परिवार के प्रभाव को देखते हुए ही कांग्रेस के विधायक अशोक चादना ने भी श्रीमती खंडेलवाल की उम्मीदवारी का समर्थन किया था। वही श्रीमती रितु गोयल अजमेर के प्रमुख मनीष कम्प्यूटर वालों के परिवार की सदस्य है। फर्म के मालिक मनीष गोयल और शहर अध्यक्ष रलावता के बीच पारिवारिक रिश्ते हैं। 
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(एस.पी. मित्तल)(spmittal.blogspot.in)M-09829071511

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