Wednesday 19 August 2015

शपथ के बाद विजयी उम्मीदवार फिर बंद होंगे बाड़े में।

मेयर के चुनाव से पहले नहीं निकलेगा जुलूस।
इसे राजनीति की मजबूरी ही कहा जाएगा कि अजमेर नगर निगम के चुनाव में भाजपा के जो उम्मीदवार विजयी होंगे वे अपना विजयी जुलूस भी नहीं निकाल पाएंगे। निगम के साठ वार्डों के चुनाव का परिणाम 20 अगस्त को घोषित होगा।  मेयर के चुनाव में बगावत न हो इस बात को ध्यान में रखते हुए सभी साठों उम्मीदवार पुष्कर के मोतीसर रोड स्थित पुष्कर बाग पैलेस में बंद हैं। महिला उम्मीदवार भी अपने बच्चों के साथ बंद हैं। किसी भी उम्मीदवार से किसी को भी मिलने नहीं दिया जा रहा है। मीडिया का प्रवेश तो पूरी तरह निषेध किया गया है। भाजपा के रणनीति के मुताबिक जो उम्मीदवार 20 अगस्त को विजयी होगा, उसे वरिष्ठ भाजपा नेताओं की निगरानी में पुष्कर से सीधे मतगणना स्थल पॉलिटेक्निक कॉलेज ले जाया जाएगा और निर्वाचन अधिकारी के समक्ष शपथ के बाद विजयी उम्मीदवार को कब्जे में लेकर बाड़े में छोड़ा जाएगा। 19 अगस्त को राज्यसभा के सांसद और भाजपा के वरिष्ठ नेता रामनारायण डूडी और जिला प्रभारी बीरम देव सिंह ने सभी उम्मीदवारों से साफ कहा कि विजयी होने वाले उम्मीदवार अपना जुलूस 21 अगस्त को मेयर के चुनाव के बाद ही निकाल सकेंगे। भाजपा नेताओं ने कहा कि शपथ लेने के बाद किसी भी पार्षद को इधर-उधर होने की जरुरत नहीं है। मेयर के दावेदार सुरेन्द्र सिंह शेखावत, धर्मेन्द्र गहलोत, जे.के.शर्मा, सोमरत्न आर्य, भागीरथ जोशी, नीरज जैन आदि को तो विशेष तौर से हिदायत दी। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के निर्देश पर ही अजमेर नगर निगम का मेयर निर्वाचित होगा। 19 अगस्त को अजमेर दक्षिण क्षेत्र की भाजपा विधायक श्रीमती अनिता भदेल भी उस बाड़े में पहुंची, जहां भाजपा के उम्मीदवार बंद हैं। श्रीमती भदेल ने महिला उम्मीदवारों के प्रति हमदर्दी जताते हुए कहा कि बस एक दो दिन की बात है। कुछ महिला उम्मीदवारों ने सुविधाओं के अभाव की शिकायत की, तो भदेल ने वो सभी सुविधाएं तत्काल उपलब्ध करवाईं जो महिला उम्मीदवारों को जरूरी थी। कई महिला उम्मीदवार तो अपने साथ छोटे बच्चों को भी ले गई हैं। पुष्कर बाग पैलेस में महिलाओं को अलग कमरों में रखा गया है। दिल्ली में शिक्षा विभाग की उच्च स्तरीय बैठक होने की वजह से उत्तर क्षेत्र के विधायक वासुदेव देवनानी 19 अगस्त को बाड़ाबंदी में नहीं पहुंच पाए। अब देवनानी 20 अगस्त की सुबह ही उम्मीदवारों से मुलाकात करेंगे। मेयर के दावेदारों का मामला पहले की तरह फंसा हुआ है। देवनानी धर्मेन्द्र गहलोत और श्रीमती भदेल सुरेन्द्र सिंह शेखावत को मेयर बनवाना चाहती हैं।
वेटर बने हुए हैं जासूस:
पुष्कर बाग पैलेस के वेटर भी जासूस की भूमिका निभा रहे हैं। असल में इस पैलेस के मालिक राजेन्द्र सिंह भाजपा से जुड़े हुए हैं। इस पैलेस को राजनीतिक दृष्टि से सुरक्षित मानते हुए ही भाजपा के उम्मीदवारों को यहां बंद किया गया है। भाजपा के वरिष्ठ नेताओं ने पैलेस के वेटरों से भी अपने उम्मीदवारों पर नजर रखने को कहा है। वेटर इस बात का ध्यान भी रख रहे हैं कि कोई उम्मीदवार चोरी छुपे मोबाइल पर बात तो नहीं कर रहा। यदि किसी वेटर को किसी उम्मीदवार की गतिविधियों पर संदेह होता है तो तत्काल इसकी सूचना अपने मालिक को देते हैं और फिर राजेन्द्र सिंह भाजपा के नेताओं को बता देते हैं कि कौन सा उम्मीदवार क्या कर रहा है। कई स्थानों पर तो सीसीटीवी कैमरे भी लगे हुए हैं। इन कैमरों में भी उम्मीदवारों की गतिविधियां कैद हो रही हैं।
9 बजे तक आ जाएंगे परिणाम:
नगर निगम के साठ वार्डों के चुनाव परिणाम 20 अगस्त को प्रात: 9 बजे तक आ जाएंगे। इस बार मतदान ईवीएम से हुआ है। प्रत्येक वार्ड में चार से लेकर छह ईवीएम मशीने काम में आई हैं। ऐसे में जब आठ बजे मतगणना का काम शुरू होगा तो अगले एक घंटे में सभी ईवीएम मशीनों के बटन दब चुके होंगे और किस उम्मीदवार को कितने वोट मिले हैं। इसकी जानकारी सामने आ जाएगी।
कांग्रेस के पास नहीं है कोई रणनीति:
यूं तो निगम के साठों वार्डों में कांग्रेस ने भी अपना उम्मीदवार मैदान में उतारे हैं, लेकिन कांग्रेस के पास कोई रणनीति नहीं है। कांग्रेस के अधिकांश उम्मीदवार अपने घरों पर विश्राम कर रहे हैं। असल में कांग्रेस को आभास है कि उनके उम्मीदवार इतनी संख्या में नहीं जीतेंगे, जिनसे कांग्रेस का मेयर बनाया जा सके। कांग्रेस को पता है कि उन्हें विपक्ष में ही बैठना पड़ेगा।
(एस.पी. मित्तल)(spmittal.blogspot.in)M-09829071511

1 comment:

  1. मित्तल सा., आप ही बतलाये कि इनको क्या समझा जाए --- जन-प्रतिनिधि अथवा गुलाम-प्रतिनिधि ?
    जिन पर इनके अपने आकाओं तक को भरोसा नहीं है ... ! ऐसे में, ये जितने के बाद किनकी करेंगे सेवा - आमजन की अथवा अपने आकाओं की ... ? --- लानत है ऐसी राजनीतिक-गुलामियत पर ... (20-08-2015 ; 02:40 AM))

    ReplyDelete