Monday 14 September 2015

रामचन्द्र चौधरी का डेयरी अध्यक्ष बनना तय

12 सदस्यों का होगा निर्विरोध चुनाव
रामचन्द्र चौधरी का अजमेर डेयरी का अध्यक्ष बनना तय है। इसके साथ ही डेयरी के 12 निदेशक निर्विरोध चुन लिए जाएंगे।
सोमवारको डेयरी के 12 निदेशकों के लिए नामांकन हुआ। इसमें चौधरी सहित 12 उम्मीदवारों ने ही नामांकन दाखिल किए। जिन 11 उम्मीदवारों ने नामांकन भरा, वो सभी चौधरी के साथ निर्वाचन अधिकारी के समक्ष उपस्थित हुए। यानी इन 12 उम्मीदवारों का अब किसी से भी मुकाबला नहीं है। बुधवार को नाम वापसी का है। नाम वापसी के दिन ही यह तय हो जाएगा कि 12 निदेशकों के निर्विरोध चुनाव के साथ-साथ रामचन्द्र चौधरी एक बार फिर अजमेर डेयरी के अध्यक्ष पद पर काबिज होंगे। सोमवार को 119 निर्वाचित सदस्यों में से उन्हें 11 ने नामांकन दाखि किया जो चौधरी के पसंद के थे। स्वाभाविक है कि निर्वाचित निदेशक चौधरी को ही डेयरी का अध्यक्ष चुन लेंगे।
इन्होंने भरा नामांकन
सोमवार को निर्वाचन अधिकारी के समक्ष रामचन्द्र चौधरी (देवास), होगा लाल (मोहम्मदगढ़), लादूराम (सरसड़ी), रामलाल गुर्जर (ढाल), लालचंद गुर्जर (बिडि़क्चियावास), दिनेश सिंह राजपूत (भांवता), कैलाश शर्मा (फतेहगढ़), गीता (सुरसरा), रामकन्या (तालीथान), नंदराम (भदूण), सिद्ध करण (बालापुरा) तथा हरीराम (जेठाना)।
अध्यक्ष का चुनाव 22 को
डेयरी अध्यक्ष का चुनाव 22 सितम्बर को होगा। अध्यक्ष के चुनाव को लेकर रामचन्द्र चौधरी बेहद सतर्कता बरत रहे हैं। दुग्ध उत्पादक सहकारी समितियों के अध्यक्ष के चुनाव के समय से ही चौधरी सक्रिय रहे। चौधरी ने अपनी देखरेख में करीब चार सौ समितियों के अध्यक्ष चुनवाए। लेकिन इसमें से कवेल 119 को ही निदेशक मंडल के चुनाव का पात्र माना गया। इन सब 119 अध्यक्षों को चौधरी अपने साथ बीकानेर के किसी अज्ञात स्थान पर ले गए। 119 अध्यक्षों में ही चौधरी ने अपने सहित 12 उम्मीदवारों का चयन सर्वसम्मति से करवाया। सोमवार को नामांकन के अंतिम समय के बाद 12 अध्यक्षों को छोड़ कर सभी को मुक्त कर दिया गया। चौधरी सहित ये 12 सदस्य अब तभी लौटेंगे, जब निर्वाचन अधिकारी निर्विरोध चुनाव की घोषणा करेंगे।
राज्य डेयरी संघ पर नजर
रामचन्द्र चौधरी का अजमेर डेयरी का अध्यक्ष बनना तो तय है, लेकिन अब चौधरी की नजर राज्यभर के डेयरी अध्यक्षों के संघ पर है। राजनीतिक दृष्टि से इस पद को महत्त्वपूर्ण माना जाता है। यही कारण है कि अब चौधरी का प्रदेशभर की उेयरी के अध्यक्षों के चुनाव पर ध्यान लगा हुआ है। चौधरी सम्भावित अध्यक्षों के सम्पर्क में हैं। राजनीतिक क्षेत्रों में चौधरी की सक्रियता चर्चा का विषय बनी हुई है। गत बार भी चौधरी की राज्य संघ के अध्यक्ष के पद पर सशक्त दावेदारी थी, लेकिन तत्कालीन डेयरी मंत्री बाबूलाल नागर के सहयोग नहीं किए जाने की वजह से चौधरी अध्यक्ष नहीं बन सके। लेकिन इस बार चौधरी के नाम पर आम सहमति मान जा रही है। मालूम हो कि चौधरी पूर्व में कांग्रेस में थे, लेकिन गत विधानसभा चुनाव में चौधरी ने भाजपा को खुला समर्थन दिया। यही वजह रही कि जिले के आठों विधानभा क्षेत्रों में भाजपा उम्मीदवारों की जीत हुई थी। इसके बाद लोकसभा चुनाव में भाजपा उम्मीदवार सांवरलाल जाट को चौधरी ने खुला समर्थन दिया।
(एस.पी. मित्तल)(spmittal.blogspot.in)M-09829071511

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