Sunday 29 July 2018

तो देश में एक और पाकिस्तान बन जाएगा।

तो देश में एक और पाकिस्तान बन जाएगा। बहुत खतरनाक है महबूबा मुफ्ती का बयान।
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भाजपा के सहयोग से जम्मू कश्मीर में तीन वर्ष तक मुख्यमंत्री रहने वाली महबूबा मुफ्ती ने कहा है कि देश में एक और पाकिस्तान बन जाएगा। माॅब लिचिंग की घटनाओं का उल्लेख करते हुए महबूबा ने कहा कि देश के हालात बेहद खराब हैं। महबूबा कुछ दिनों पहले तक जम्मू कश्मीर की सीएम थी, तब देश के हालात अच्छे थे, लेकिन सीएम के पद से हटते ही हालात खराब हो गए। पूरा देश जनता है कि सीएम के पद पर रहते हुए भी महबूबा ने कश्मीर में उन्हीें तत्वों की मदद की जो कश्मीर की आजादी चाहते हैं। सीएम की कुर्सी छोड़ते वक्त महबूबा ने कहा था कि उनकी पार्टी का एजेंडा पूरा हो गया। भाजपा ने महबूबा को सीएम इसलिए बनवाया, ताकि अलगाववादी ताकतों को कमजोर किया जा सके, लेकिन भाजपा को चकमा देकर महबूबा ने देश विरोधी ताकतों को ही मजबूत किया, इसलिए महबूबा कह रही है ंकि देश में एक और पाकिस्तान बन जाएगा। इसे देश की राजनीतिक का दुर्भाग्य ही कहा जाएगा कि देश का विभाजन करने वाले नेताओं को अनेक सुविधा और सुरक्षा मिली हुई है। सवाल उठता है कि जो नेता देश के विभाजन की बात कर रहा है उसे सरकारी खर्चे पर सुरक्षा क्यों मिली हुई है? क्या महबूबा मुफ्ती की सुरक्षा वापस नहीं ली जानी चाहिए? हमारे देश में महबूबा जैसे अनेक राजनेता हैं जो देश विरोधी गतिविधियों में लिप्त हैं। ऐसे नेता विधायक, सांसद, मंत्री, मुख्यमंत्री बने बैठे हैं। दुनियाभर में भारत ही एक मात्र देश होगा, जहां राष्ट्रविरोधी नेता सत्ता का सुख भोग रहे हैं। महबूबा ने जिस अंदाज से देश के विभाजन की बात कही, उसे हल्के में नहीं लेना चाहिए। भले ही ऐसा बयान माॅब लिचिंग के संदर्भ में दिया हो। माॅब लिचिंग में तो बाड़मेर के खेताराम की हत्या भी हुई थी, इसलिए इसे किसी धर्म या सम्प्रदाय से जोड़ कर नहीं देखा जाना चाहिए। महबूबा को यह भी समझना चाहिए कि उन जैसे नेताओं की वजह से ही कश्मीर घाटी से चार लाख हिन्दुओं को पीट पीट कर भगा दिया गया। महबूबा माने या नहीं लेकिन आज मुसलमान जितना पाकिस्तान में सुरक्षित है, उससे कहीं ज्यादा भारत में। आज आवश्यकता देश को तोड़ने की नहीं, बल्कि एकजुट करने की। अन्यथा भारत के हालात भी पाकिस्तान जैसे हो जाएंगे। पाकिस्तान में आतंकी वारदातों की वह से आम आदमी सुरक्षित नहीं है। यदि महबूबा को मुसलमानों की स्थिति देखनी ही है तो वे पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में देख लें। अच्छा हो कि महबूबा देश में सकारात्म माहौल बनाने में भूमिका निभाएं।

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