Wednesday 6 January 2016

मेयर के दौरे से मदारगेट बाजार में खलबली कवंडसपुरा में बनेगा पार्किंग स्थल


मेयर धर्मेन्द्र गहलोत के दौरे से बुधवार को मदारगेट बाजार के व्यापारियों में हड़कंप मच गया है। वहीं ठेले वालों को राहत देते हुए कंवडसपुरा में थड़ी लगाने और पार्किंग स्थल बनाने का निर्णय लिया गया है। मेयर गहलोत ने बुधवार सुबह आठ बजे निगम के उपायुक्त गजेन्द्र सिंह रलावता, राजस्व अधिकारी रेखा जेसवानी आदि के साथ मदारगेट, कवंडसपुरा, पड़ाव, स्टेशन रोड, कबाड़ी बाजार आदि क्षेत्रों का दौरा किया। दौरे में क्षेत्र के दुकानदार, ठेले वाले, व्यापारी आदि भी साथ थे। गहलोत ने स्पष्ट कहा कि मदारगेट बाजार में चार पहियां वाहनों के प्रवेश पर जो रोक लगाई गई है वह स्थाई रहेगी। क्योंकि रोक लगने से मदारगेट का यातायात सुधर गया है वहीं व्यापारियों का कहना रहा कि चार पहिया वाहन के नहीं आने से उनका व्यवसाय चौपट हो गया है।
थड़ी और पार्किंग स्थल :
दौरे में कवंडसपुरा में ठेले वालों के लिए थड़ी का निर्धारण और छत पर पार्किंग स्थल बनाने के निर्णय पर सहमति हो गई। जो 28 ठेले वाले न्यायालय में मुकदमा हार गए उनके ठेले की जगह थड़ी का निर्माण करने की इजाजत दी जाएगी। निर्माण ऐसा होगा जिसकी छत पर दुपहिया वाहनों की पार्किंग हो सकेगी। इसी स्थान पर जो मंदिर और प्याऊ बनी हुई है उसे यथावत रखते हुए निर्माण किया जाएगा। मौके पर लगे बिजली के ट्रांसफार्मर को हटवाने के प्रयास भी होंगे। गहलोत ने उपायुक्त और इंजीनियरों को मौके पर ही निर्देश दिए कि थड़ी और पार्किंग की डिजाइन बनाई जाए। इस निर्माण पर होने वाले खर्च का वहन संबंधित ठेले वाले करेंगे जबकि जमीन और निर्माण पर मालिकाना हक नगर निगम का रहेगा। मेयर के इस निर्णय पर ठेले वालों के प्रतिनिधियों ने भी सहमति जताई।
निगम की भूमि पर कब्जे :
मेयर को उस समय आश्चर्य हुआ जब कबाड़ी बाजार के पिछवाड़े में नगर निगम की भूमि पर कब्जे देखे गए। कबाड़ी बाजार के अनेक दुकानदारों ने लोहे की बड़ी-बड़ी केबिन बनाकर अपने गोदाम बना रखे है। गहलोत ने उपायुक्त रलावता को निर्देश दिए कि जेसीबी के इन अवैध कब्जों को तत्काल हटवाया जाए। गहलोत का मानना रहा कि इस रिक्त भूमि पर भी डबल स्टोरी पार्किंग हो सकती है। गहलोत ने इस बात पर भी नाराजगी जताई कि लोहे के जाल बनाकर सामान भर रखा है। ऐसे सामानों को जब्त करने के निर्देश भी दिए गए। मेयर गहलोत की अचानक हुई इस कार्यवाही से व्यापारियों में खलबली मच गई। गहलोत ने यह भी स्पष्ट किया कि लोहे का घरेलू सामान बेचने वाली महिलाओं को भी मदारगेट चौक पर नहीं बेचने दिया जाएगा।
मुश्किल है चार पहियां वाहनों की पार्किंग :
मदारगेट के व्यापारियों के आग्रह पर मेयर ने रेलवे स्टेशन के सामने रावत कॉलेज से लेकर मदीना होटल तक के फुटपाथ का जायजा लिया। व्यापारी चाहते थे कि दुकानों के आगे उबड़-खाबड़ जमीन को समतल कर चार पहिया वाहनों की पार्किंग स्थल निर्धारित किया जाए लेकिन मौके की स्थिति को देखने के बाद मेयर का मानना रहा कि इस व्यवस्तम मार्ग पर चार पहिया वाहनों की पार्किंग संभव नहीं है। अलबत्ता मेयर ने भरोसा दिलाया कि चार पहिया वाहनों की पार्किंग के स्थान तलाशे जाएंगे।
मदार गेट पर क्रिकेट मैच :
चार पहिया वाहनों के प्रवेश पर रोक, ठेले वालों को हटाने और दुकानदारों का अतिक्रमण नहीं होने देने के बाद व्यवस्तम मदारगेट बाजार खुला-खुला नजर आने लगा है। बाजारों में ग्राहकों की संख्या भी घट गई है। इन हालातों को देखते हुए ही बुधवार को दुकानदारों ने मदारगेट बाजार में क्रिकेट खेला।
(एस.पी. मित्तल)
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