Friday 15 January 2016

क्या आज का युवा हमारी संसद और सांसदों से कोई सीख ले सकता है?

 
15 जनवरी को अजमेर जिले केनिकट गनहेडा गांव में पीसांगन पंचायत समिति क्षेत्र में ग्रामीण युवा संसद का एक कार्यक्रम हुआ। यह कार्यक्रम नेहरू युवक केन्द्र की ओर से आयोजित हुआ जिसमें क्षेत्र के विधायक सुरेश सिंह रावत सहित पीसांगन क्षेत्र के अधिकांश जन प्रतिनिधियों ने भाग लिया। बड़ी संख्या में युवा भी उपस्थित थे। इस ग्रामीण युवा संसद का मुझे मुख्य वार्ताकार बनाया गया। मैंने अपनी बात कहने से पहले समारोह में यह सवाल रखा, क्या कोई युवा हमारी वर्तमान संसद और उसके सांसदों से कोई सीख लेना चाहता है? सच मानिए किसी भी युवा ने नहीं कहा कि हम सीख लेना चाहते हैं। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि देश का युवा आज किस नजरिए से संसद और सांसदों को देख रहा है। पीसांगन पंचायत समिति क्षेत्र का युवा भी जब टीवी पर संसद का लाइव कवरेज देखता है तो उसे बेहद दु:ख होता है। सवाल यह नहीं है कि भाजपा के सांसद संसद चलाना चाहते हैं और विरोधी दल के सांसद संसद नहीं चलने देते हैं। अहम सवाल यह है कि जिस संसद पर प्रति मिनट लाखों रुपए खर्च होता है, वह संसद क्यों नहीं चलती? देश के जिन लोगों के पास लोकतंत्र की डोर है उन्हें शर्म आनी चाहिए कि पीसांगन का युवा संसद से कोई सीख नहीं लेना चाहता है। युवाओं ने अपने क्षेत्र की संसद के मार्गदर्शन के लिए क्षेत्र के निर्वाचित जनप्रतिनिधियों को बुलाया था। उपस्थित युवाओं ने मेरे कथन को सही माना और मैंने सामाजिक बुराईयों के लेकर जो बातें कही। उन्होंने समाप्त करने का संकल्प भी लिया। आज युवाओं खास कर ग्रामीण युवाओं को नशे की लत लग गई। देशी-विदेशी शराब के साथ-साथ तम्बाकू, सिगरेट, बीड़ी आदि का भी सेवन किया जाता है। इससे पूरी युवा पीढ़ी नष्ट होती जा रही है। मैंने कहा कि सरकार तो शराब की दुकानों को बंद नहीं करेगी लेकिन गांव वाले यह संकल्प ले सकते हैं कि वे शराब का सेवन नहीं करेंगे। यदि शराब का सेवन ही बंद हो जाए तो फिर दुकान तो अपने आप ही बंद हो जाएगी। घर परिवार की स्थिति कैसी भी हो महिलाओं को पढ़ाई करना बहुत जरूरी है। गांव की लड़कियां यदि उच्च शिक्षा ग्रहण करेंगी तो अनेक सामाजिक बुराई समाप्त हो जाएगी। समारोह में भाजपा विधायक सुरेश सिंह रावत ने कहा कि युवा संसद में सक्रिय युवाओं की यह जिम्मेदारी है कि वे सरकार की कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दे। सरकार ने प्रत्येक ग्रामीण के लिए सुविधाएं करवाई हैं। अपने दो वर्ष के कार्यकाल में हुए विकास कार्य बताते हुए रावत ने कहा कि हर गांव ढाणी में कार्य हुए। पंचायत समिति की शिक्षा समिति के अध्यक्ष अशोक सिंह रावत ने कहा कि उनका प्रयास है कि गांव की हर बालिका शिक्षा ग्रहण करे। स्कूलों की गुणवत्ता सुधारने का भी प्रयास हो रहा है। समारोह में जिला परिषद के पूर्व सदस्य राजेन्द्र सिंह रावत ने कहा कि युवाओं को स्वामी विवेकानन्द के जीवन से प्रेरणा लेनी चाहिए। जिस प्रकार विवेकानन्द ने दुनिया में भारत का डंका बजवाया, उसी प्रकार आज के युवाओं को पहल करनी चाहिए। हमारे युवा अपनी योग्यता दिखा भी रहे हैं।
समारोह में मदन सिंह रावत, मुकेश कुमावत, डिम्पल जांगिड़, अरूण वैष्णव, कमल रामावत, महेश पाराशर, सूरजनारायण पाराशर, कुंदन सिंह रावत, नेहरू पंडित, अनिता मेघवंशी आदि ग्रामीण जनप्रतिनिधियों ने भी विचार प्रकट किए। अंत में सैण्ड आर्टिस्ट अजय रावत ने सभी का आभार प्रकट किया।
(एस.पी. मित्तल)  (15-01-2016)
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