Friday 15 January 2016

वकीलों के स्वागत समारोह में एक शब्द भी नहीं कहा मुख्य न्यायाधीश अजीत सिंह ने।



15 जनवरी को अजमेर जिला बार एसोसिएशन की ओर से राजस्थान के कार्यवाहक न्यायाधीश अजीत सिंह का बार सभागार मे शानदार स्वागत किया गया। एक बड़ी माला के घेरे में अजीत सिंह और अजमेर के जिला एवं सत्र न्यायाधीश जीआर मूलचन्दानी को खड़ा कर फोटो सेशन करवाया गया। बार के अध्यक्ष मोहन सिंह राठौड़ और उनके समर्थक वकीलों को उम्मीद थी कि शानदार स्वागत के बाद मुख्य न्यायाधीश वकीलों को संबोधित करेंगे। अपने सम्बोधन में ही वकीलों की समस्याओं का समाधान भी करेंगे। लेकिन अजमेर के वकील तब मायूस हो गए जब लाख आग्रह के बाद भी मुख्य न्यायाधीश ने अपनी जुबान से एक शब्द भी नहीं निकाला। इस पर बार के पूर्व अध्यक्ष राजेश टंडन ने मजाकिया लहजे में कहा, सर आज तो आपका मौन व्रत भी नहीं है। इस पर मुख्य न्यायाधीश ने मुस्कुराते हुए वकीलों के हाथ जोड़ दिए। मुख्य न्यायाधीश के नहीं बोलने पर वकीलों के बीच आश्चर्य व्यक्त किया जा रहा है।
बनने वाले हैं सीजे:
किसी भी विवाद से बचने के लिए न्यायाधीश सिंह ने चुप रहना ही उचित समझा है। न्यायाधीश सिंह राजस्थान उच्च न्यायालय में सबसे वरिष्ठ हैं और इसीलिए उन्हें कार्यवाहक न्यायाधीश बना रखा है। उम्मीद है कि अगले कुछ ही दिनों में सिंह की नियुक्ति मुख्य न्यायाधीश के पद पर हो जाएगी। सिंह को असम का सीजे बनाए जाने की चर्चा है। ऐसे में सिंह की किसी भी बात का गलत अर्थ निकल सकता है। यही वजह रही कि सिंह 15 जनवरी को बिना बोले ही अजमेर से चले गए।
बार का दावा:
भले ही वकीलों की सभा में सिंह ने अपने मुंह से एक शब्द भी ना बोला हो लेकिन बार एसोसिएशन ने अध्यक्ष मोहन सिंह राठौड़ और सचिव रमेश आचार्य ने जो प्रेस विज्ञप्ति जारी की है उसमें दावा किया है कि न्यायाधीश सिंह ने न्यायालय परिसर का मुख्य दरवाजा खोलने पर सहमति जताई है। विज्ञप्ति में यह भी दावा किया गया कि न्यायाधीश सिंह शनिवार को जोधपुर जाते ही अजमेर के वकीलों की सभी समस्याओं के समाधान के आदेश जारी कर देंगे।
डीजे ने जताया हर्ष:
स्वागत समारोह में डीजे जीआर मूलचन्दानी ने इस बात पर हर्ष जताया कि अजमेर में बार और बैंच के बीच मधुर संबंध बने हुए हैं। डीजे ने बार के कामकाज की भी प्रशंसा की।
(एस.पी. मित्तल)  (15-01-2016)
(spmittal.blogspot.in) M-09829071511

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