Friday 23 October 2015

स्व. भैरोसिंह शेखावत की जयंती पर प्रार्थना सभा में नहीं गईं वसुंधरा राजे



23 अक्टूबर को जयपुर में स्वर्गीय भैरोसिंह शेखावत की जयंती पर प्रार्थना सभा आयोजित की गई। समाधि स्थल पर आयोजित प्रार्थना सभा में प्रदेश के राज्यपाल कल्याण सिंह, भाजपा विधायक और स्वर्गीय शेखावत के दामाद नरपतसिंह राजवी, घनश्याम तिवाड़ी आदि अतिथि उपस्थित रहे, लेकिन मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे नजर नहीं आईं। राजे दिन में ही जयपुर से बाड़मेर के लिए रवाना हो गईं। राजे अब तीन दिनों तक बाड़मेर में ही रहेंगी इसलिए यह कहा जा सकता है कि राजे जयपुर में नहीं थीं, इसलिए प्रार्थना सभा में नहीं आईं, लेकिन यदि राजे को स्वर्गीय शेखावत की प्रार्थना सभा में शामिल होना ही था तो वे बाड़मेर के तीन दिवसीय दौरे को 24 अक्टूबर से शुरू कर सकती थी। लेकिन ऐसा प्रतीत होता है कि स्वर्गीय शेखावत की प्रार्थना सभा से दूर रहने के लिए ही राजे ने बाड़मेर का दौरान 23 अक्टूबर से ही निर्धारित किया। राजस्थान की भाजपा की राजनीति में शेखावत की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। विपक्षी सरकार के गठन पर शेखावत ही गैर कांग्रेसी सरकार के मुख्यमंत्री बने। इसे शेखावत का भाजपा में बड़ा राजनीतिक कद ही कहा जाएगा कि उन्हें देश का उपराष्ट्रपति तक बनाया गया। वसुंधरा राजे को राजस्थान में स्वर्गीय शेखावत का ही उत्तराधिकारी माना गया। इसलिए स्वर्गीय शेखावत की जयंती पर आयोजित प्रार्थना सभा में राजे की गैर मौजूदगी राजनीतिक क्षेत्र में चर्चा का विषय बनी हुई है।
(एस.पी. मित्तल)(spmittal.blogspot.in)M-09829071511

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