Saturday 24 October 2015

डॉ. राजेन्द्र तेला की दो पुस्तकों का हुआ विमोचन



अजमेर के सुप्रसिद्ध दंत चिकित्सक डॉ. राजेन्द्र तेला द्वारा लिखी गई दो पुस्तकों का विमोचन 24 अक्टूबर को एमडीएस यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रो. कैलाश सोडानी, सुप्रसिद्ध साहित्यकार डॉ. बद्रीप्रसाद पंचोली, विनोद सोमानी हंस आदि ने संयुक्त रूप से किया। इंडोर स्टेडियम में आयोजित विमोचन समारोह में सभी वक्ताओं ने एक स्वर में कहा कि दंत चिकित्सक होने के बाद भी जिन संवेदना और उल्लास के साथ पुस्तकों को लिखा गया, वे काबिले तारीफ है। परम्परा कहानी संग्रह और मन के गुब्बारे कविता संग्रह दोनों में ही बखूबी आम व्यक्ति के जीवन को दर्शाया गया है। कहानी संग्रह में शायद ही कोई पक्ष रहा होगा जिसमें मनुष्य के जीवन की कहानी नजर न आई हो। इसी प्रकार कविता संग्रह में गम के वातावरण से लेकर हर्षोल्लास तक का चित्र देखने को मिला। पुस्तकों की खासियत यह है कि इसमें भूमिका  नहीं लिखी गई। दोनों पुस्तकें डॉ. तेला ने अपने पिता स्वर्गीय एससी तेला व माता श्रीमती जमुना देवी तेला को समर्पित की है। पुस्तकों के आवरण पृष्ठ डॉ. तेला की पत्नी अर्चना तेला द्वारा तैयार किए गए। विमोचन समारोह में शहर के कहानीकार, साहित्यकार, पत्रकार एवं गणमान्य नागरिक शामिल थे। इनमें प्रो. नवलकिशोर भाभड़ा, सुरेन्द्र चतुर्वेदी, गोपाल गर्ग, सीताराम गोयल, मनोज मित्तल, प्यारे मोहन त्रिपाठी, धनराज चौधरी, बीना शर्मा, उमेश चौरसिया, डॉ.जेबा रशीद, कवयित्री रमासिंह आदि शामिल रही।
(एस.पी. मित्तल)(spmittal.blogspot.in)M-09829071511

No comments:

Post a Comment