Wednesday 21 October 2015

क्या आर.के.मार्बल के अच्छे दिन जा रहे है।


 
255 हैक्टेयर खनन भूमि का आवंटन रद्द।
किसी भी परिवार के अच्छे दिन आने और जाने के पीछे ईश्वर की ही कृपा होती है। किसी को भी इस गलत फहमी में नहीं रहना चाहिए कि उसकी वजह से दुश्मन का नुकसान हो गया है। कई बार खुले आम अपराध अथवा अनैतिक काम करने वाला भी बच जाता है और कई बार बिना अपराध किए ही सजा मिल जाती है। इसलिए अच्छे इंसान हर वक्त जाने अनजाने में हुई गलती के लिए ईश्वर से क्षमा मांगते रहते हैं। मुझे नहीं पता कि ईश्वर की निगाहें आर.के.मार्बल पर इन दिनों कैसी है। लेकिन आखों के सामने से जो गुजर रहा है उससे यह सवाल उठता है कि क्या आर.के.मार्बल के अच्छे दिन जा रहे हैं?
राजस्थान की सरकार ने हाल ही में जो 601 खान आवंटन निरस्त किए हैं, उनमें आर.के.मार्बल को 255 हैैक्टेयर खनन भूमि भी शामिल है। पूरा देश जानता है कि यह भूमि आर.के.मार्बल की वंडर सीमेंट को कौडिय़ों के भाव मिली थी। आर.के.मार्बल ने जब से सफलता की दौड़ लगाई है, तब से यह पहला अवसर होगा, जब आर.के.मार्बल को आवंटित की गई खनन भूमि को छीना गया है। इससे पहले तक तो आर.के.मार्बल के मालिक अशोक पाटनी, सुरेश पाटनी और विमल पाटनी ने जिस जमीन पर अपना पैर रख दिया, उस जमीन को कोई दूसरा व्यक्ति नहीं ले सकता था। सरकार ने कौडिय़ों के भाव जो खनन जमीने दी, उसी की वजह से पाटनी बंधु रातों रात मालामाल हो गए। आज किशनगढ़ का मार्बल उद्योग आर.के.मार्बल के रहमो करम पर ही है। आर.के.मार्बल की खानों से निकलने वाले मार्बल से ही किशनगढ़ के अधिकांश मार्बल व्यावसायियों को संजीवनी मिली हुई है। हालांकि आर.के.मार्बल ने अब अफ्रीका के जंगलों में भी खनन भूमि ले ली है। इसलिए 255 हैक्टेयर भूमि छिन जाने से आर.के.मार्बल के साम्राज्य पर कोई असर नहीं पड़ेगा। लेकिन आर.के.मार्बल के मालिकों को यह देखना पड़ेगा कि क्या अच्छे दिन जा रहे हैं? आर.के.मार्बल ने जो साम्राज्य खड़ा किया है उसमें कोई कल्पना भी नहीं कर सकता था कि आयकर विभाग का इतना बड़ा छापा पड़ेगा। आयकर विभाग ने आर.के.मार्बल के देशभर के ठिकानों पर गत माह एक साथ छापामार कार्यवाही की। खास बात यह रही कि छापे के दौरान सीआरपीएफ के सशस्त्र सुरक्षा बल तैनात किए गए। आमतौर पर आयकर विभाग स्थानीय पुलिस को साथ लेकर ही छापामार कार्यवाही करता है। लेकिन आर.के.मार्बल के खिलाफ सीआरपीएफ का इस्तेमाल होना बेहद ही गंभीर बात है। आयकर विभाग ने अपनी छापामार कार्यवाही को अभी तक भी गुप्त रख रखा है। विभाग के सूत्रों से जो खबर मिली है, उसके मुताबिक करीब 200 करोड़ की अघोषित आय है। आयकर विभाग की जांच पड़ताल का काम अभी भी जारी है। 20 अक्टूबर को आयकर विभाग की टीम एक बार फिर किशनगढ़ आई और पुरानी मिल चौराहा स्थित सिंडीकेट बैंक व आईडीबीआई के बैंक लॉकर्स और अन्य खातों की जानकारी ली। आयकर विभाग की ताजा कार्यवाही से प्रतीत होता है कि विभाग ने अभी आर.के.मार्बल का पीछा नहीं छोड़ा है। हो सकता है कि आने वाले दिनों में आर.के.मार्बल को और नई मुसीबतों का सामना करना पड़े। 
अशोक सिंघवी से संबंध:
राजस्थान के बहुचर्चित खान आवंटन भ्रष्टाचार के मामले में खान विभाग के प्रमुख शासन सचिव रहे अशोक सिंघवी इन दिनों जेल में बंद हैं। पूरा खान महकमा जानता है कि अशोक सिंघवी और आर.के.मार्बल समूह के प्रमुख अशोक पाटनी के बीच गहरी मित्रता रही है। सिंघवी ने पाटनी के हितों का हमेशा से ही ख्याल रखा है। सिंघवी के भ्रष्टाचार की जांच एसीबी कर रही है, तो राज्य सरकार ने सभी खान आवंटन के मामलों की जांच लोकायुक्त से करवाने का निर्णय लिया है। भले ही एसीबी और लोकायुक्त की जांच में लीपापोती हो जाए, लेकिन आर.के.मार्बल के लिए तो मुसीबत खड़ी हो ही सकती है। 
पीरदान की सुध ले आर.के.मार्बल:
 आर.के.मार्बल के जुल्मों के खिलाफ पीरदान सिंह राठौड़ अजमेर कलेक्ट्रेट के बाहर न जाने कितने माह से धरने पर बैठे हैं। गर्मी, सर्दी, बरसात के कई मौसम गुजर गए, लेकिन जिद्दी पीरदान कलेक्ट्रेट के बाहर से उठे नहीं है। पीरदान किसी समय आर.के.मार्बल के सहयोगी थे। पीरदान के 21 ट्रोले ही आर.के.मार्बल के पत्थरों को खानों से किशनगढ़ की फैक्ट्री में लाते हैं। अब पीरदान के सभी ट्रोले बिक गए है और पीरदान का पूरा परिवार सड़क पर है। खुद पीरदान का भाई भी आर.के.मार्बल की गोद में जाकर बैठ गया है। पीरदान ने आर.के.मार्बल के खिलाफ जो मुहिम चला रखी है, उसमें आम सहानुभूति पीरदान के साथ है। अच्छा हो कि आर.के.मार्बल के मालिक पीरदान के साथ सम्मानपूर्वक वार्ता करें। पीरदान आर.के.मार्बल को कोई ब्लैक मेल नहीं कर रहा, वह सिर्फ अपने सम्मान की लड़ाई लड़ रहा है। चूंकि एक ताकतवर संस्थान से लड़ाई है, इसलिए पीरदान की मानसिक स्थिति कई बार विचलित हो जाती है। यदि अशोक पाटनी पीरदान के स्थान पर खड़े होकर एक मिनट भी विचार करेंगे, तो यह मामला तत्काल निपट जाएगा। 
(एस.पी. मित्तल)(spmittal.blogspot.in)M-09829071511

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