Monday 26 October 2015

गीता के लौट आने से पाकिस्तान क्या शरीफ हो जाएगा



कोई पन्द्रह साल पहले भटक कर सीमा पार चली गई गूंगी-बहरी लड़की गीता को आखिरकार पाकिस्तान ने 26 अक्टूबर को भारत पहुंचा दिया है। गीता के लौटाने पर पाकिस्तान कुछ इस तरह प्रचारित कर रहा है जैसे भारत के मुकाबले पाकिस्तान शरीफ देश है। हमारे ही टीवी चैनलों पर पाक के डिप्लोमेट कह रहे हैं कि एक ओर भारत में पाक के गायक गुलाम अली के कार्यक्रम, क्रिकेट मैच आदि नहीं होने दिए जाते, वहीं पाकिस्तान पूरी शराफत के साथ भारतीय युवती को लौटा रहा है। जिस एनजीओ ने गीता को पाला उसके संचालक भी गीता की आड़ में भारत के खिलाफ जहर उगल रहे हैं। यहां तक कहा जा रहा कि पाकिस्तान में स्वतंत्र लोकतंत्र है और देशी-विदेशी सभी के मानवाधिकार सुरक्षित है, जबकि भारत में ऐसा नहीं है। पाकिस्तानी तो ऐसा कहेंगे ही, लेकिन तरस तो हमारे टीवी चैनलों पर आता है जो हर मौके पर अपने ही देश की छवि बिगाडऩे से बाज नहीं आते। 26 अक्टूबर को जहां पाकिस्तान ने एक भारतीय युवती को जिंदा भेज दिया तो वहीं कश्मीर में सीमा पर पांच भारतीयों की जान ले ली। 26 अक्टूबर की तड़के से ही पाक की ओर से तीस भारतीय चौकियों को निशाना बनाया गया और करीब 80 मोटार्स फेंके गए। इससे पांच जनों की मौत हो गई। ऐसी नापाक हरकतें पाकिस्तान लगातार करता आ रहा है। गीता के लौट आने पर जो लोग पाक के हिमायती बने हुए हैं, उन्हें यह समझना चाहिए कि पाकिस्तान कभी भी भारत के साथ शराफत नहीं दिखा सकता। चाहे हमारे सैनिक हेमराज के सिर को काटने की घटना हो या 26/11 का मुंबई हमला। ऐसी घटनाएं बताती है कि पाकिस्तान का रवैया भारत के साथ सुधार वाला नहीं है। पाक की दोगली नीति तो 26 अक्टूबर को ही जाहिर हो गई जब सीमापार पर हमारे पांच लोगों को मार डाला गया। गीता को लौटा कर पाकिस्तान अंतर्राष्ट्रीय मंच पर सिर्फ वाहवाही लेना चाहता है। देखना है कि पाकिस्तान की इस कूटनीति का भारत किस प्रकार जवाब देता है। हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि पाकिस्तान की वजह से ही कश्मीर के हालात बद से बदतर हो गए हैं। चार लाख कश्मीरी हिन्दुओं को कश्मीर छोडऩा पड़ रहा है। पाकिस्तान की वजह से ही कश्मीरी हिन्दू अपने घरों पर वापस नहीं जा पा रहे हैं। कश्मीर में सरेआम पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगते है और खूंखार आतंकी संगठन आईएस के झण्डे लहराएं जाते है। यह वही पाकिस्तान हैं जिसने भारतीय नागरिक सरबजीत को जेल में पीट-पीट कर मार डाला था।
(एस.पी. मित्तल)(spmittal.blogspot.in)M-09829071511

1 comment:

  1. लगता तो यही है कि पाकिस्तान को साधुवाद देने में भारत सरकार और मिडिया जल्दबाजी कर रहा है वो भी तब जब पाक की नापाक हरकतें यथावत हैं। गीता भारत की है भी तो भी किसी एक व्यक्ति के बदले अंतर्राष्ट्रीय पटल पर पाकिस्तान वाहवाही लूटने में सफल रहा है। जबकि उसकी सीमापार हरकतें दुश्मनी वाली ही हैं।

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