Saturday 12 March 2016

अब मीडिया घरानों की पोल खोलेंगे शराब किंग विजय माल्या।


हवाई जहाज और होटलों में ऐश करने वालों का है रजिस्टर में इन्द्राज।
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भारत की बैंकों से 9 हजार करोड़ रुपए का लोन लेकर लंदन चले गए शराब किंग विजय माल्या ने अब मीडिया घरानों की पोल खोलने की धमकी दी है। 12 मार्च को माल्या ने ट्वीट किया है कि अनेक मीडिया घराने उनके किंगफिशर जहाजों में न केवल घूमे हैं, बल्कि देर रात तक चलने वाली पार्टियों में भी शरीक हुए हंै। मेरे धन से उपकृत हुए मीडिया वालों के नाम एक रजिस्टर में दर्ज हंै। वक्त आने पर सब की पोल खुल जाएगी। असल में माल्या के विदेश चले जाने अथवा भारत से भाग जाने को लेकर मीडिया में जो खबरें प्रसारित हुई, उससे माल्या बेहद खफा हैं। भले ही माल्या ने यह बात नहीं कही, लेकिन उनके मन में यह विचार तो है ही कि मैंने बैंकों से जो लोन लिया, उसे सिर्फ अपनी मौज मस्ती पर खर्च नहीं किया, बल्कि मीडिया सहित राजनेताओं, प्रशासनिक अधिकारियों और प्रभावशाली व्यक्तियों के ऐश-ओ-आराम पर भी पानी की तरह पैसा बहाया है। यानि जिन लोगों ने माल्या के लोन से मौजमस्ती की, अब वही माल्या को भगोड़ा बता रहे हैं। माल्या के ट्वीट से एक बार फिर हमारे मीडिया की पोल खुल गई है। असल में लोन की राशि से मीडिया घरानों ने मौज मस्ती ही नहीं की, बल्कि माल्या की कंपनियों के करोड़ों रुपए के विज्ञापन भी प्रसारित किए। मीडिया घरानों के मालिक कह सकते हैं कि विज्ञापन तो हमारा अधिकार है, लेकिन अब मीडिया घरानों को यह समझना चाहिए की वक्त बदल गया है। सोशल मीडिया जमाने में मीडिया घरानों को अपनी आलोचना झेलने के लिए तैयार रहना चाहिए। जब बैंकों का कर्ज न चुकाने पर माल्या को दोषी माना जा सकता है तो फिर उसी कर्ज में से विज्ञापन के नाम पर करोड़ों रुपया प्राप्त करने वाले मीडिया घराने भी दोषी हैं। इन दिनों देश में मीडिया खासकर न्यूज चैनलों के जो हालात है उसमें माल्या को चाहिए कि वह जल्द से जल्द मीडिया के चेहरे पर से नकाब उतार दें। माल्या अपनी देर रात की पार्टियों के वो वीडियो जारी कर दें, जिसमें मीडिया घराने के लोग ही नहीं, बल्कि राजनेताओं, प्रशासनिक अधिकारियों और प्रभावशाली व्यक्तियों की मौज मस्ती भी शामिल है। ऐसे वीडियो को भी जारी किए जाए। माल्या को सिर्फ धमकी नहीं देनी चाहिए बल्कि अपनी धमकी पर अमल भी करना चाहिए। माल्या जितने नंगे हो चुके है, उससे ज्यादा की अब गुंजाइश भी नहीं है। माल्या को चाहिए कि वह तत्काल प्रभाव से अपने देश आएं और एक-एक की पोल खोल दें।
मीडिया ले सबक :
जब भी कोई बड़ा व्यक्ति अपराध में पकड़ा जाता है तो सबसे पहले मीडिया को ही धमकाता है। मीडिया को अब यह सोचना चाहिए कि आखिर हर बार उसे ही क्यों धमकी मिलती है। क्या मीडिया में ऐसे तत्व आ गए हैं जो इस क्षेत्र को बदनाम कर रहे हैं? यह माना कि लालच हर मनुष्य की प्रवृत्ति है और मीडिया में भी मनुष्य ही हैं, लेकिन जो मनुष्य मीडिया में रह कर दूसरों की आलोचना करना अपना अधिकार समझते हैं, उन मनुष्य को बेहद सावधानी के साथ जीवन जीना चाहिए। भले ही इसके लिए अभावों का कितना भी संघर्ष करना पड़े। आप को किसी ने नहीं कहा कि आप सैटेलाइट का बड़ा चैनल चलाएं या फिर रोजाना 20 पेज का रंगीन अखबार निकालें और जब आप का उद्देश्य ही पैसा कमाना है तो फिर मीडिया की आड़ नहीं लेनी चाहिए और न ही स्टूडियो में बैठकर ईमानदारी का ढिंढोरा पीटना चाहिए।
(एस.पी. मित्तल)  (12-03-2016)
(spmittal.blogspot.inM-09829071511

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