Wednesday 16 March 2016

जब अकबर ने बनाया एक हिन्दू को ढाई दिन के लिए बादशाह। इसलिए निकलती है ब्यावर में बादशाह की सवारी। होली के मौके पर कौमी एकता का रंग।



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प्रति वर्ष की भांति इस बार भी होली पर्व के मौके पर आगामी 25 मार्च को राजस्थान के ब्यावर शहर में बादशाह की सवारी धूमधाम से निकलेगी। ब्यावर में बादशाह की सवारी की परम्परा कोई 165 वर्ष पुरानी है। यही वजह है कि ब्यावर के बादशाह की सवारी की धूम राजस्थान ही नहीं बल्कि देशभर में होती है। प्रचलित कहानी के अनुसार एक बार मुस्लिम शासक अकबर शिकार के लिए जंगल में गए तो उनका सामना खूंखार डाकुओं से हो गया। बादशाह का खिताब होने के बाद भी डाकू अकबर पर भारी पड़े। डाकुओं ने अकबर को जान से मारने की धमकी दी, लेकिन तभी अकबर के साथ चल रहे सेठ टोडरमल अग्रवाल ने अपनी समझदारी से अकबर को डाकुओं से बचाया। टोडरमल ने न केवल अकबर की जान बचाई बल्कि माल भी लुटने नहीं दिया। इससे खुश होकर अकबर ने ढाई दिन के लिए सेठ टोडरमल अग्रवाल को मुगल सल्तनत का बादशाह बना दिया। इस कहानी के अनुरूप ही 1851 में ब्यावर में बादशाह की सवारी को निकाली गई। तभी से यह परम्परा चली आ रही है। चूंकि सेठ टोडरमल अग्रवाल जाति के थे इसलिए बादशाह की सवारी के आयोजन का संयोजक भी अग्रवाल समुदाय से ही बनाया जाता है। आगामी 25 मार्च को आयोजन के संयोजक राजेन्द्र एन. अग्रवाल ने बताया कि अब बादशाह की सवारी मेंसभी समुदाय के लोगों का सहयोग रहता है। माहेश्वरी समाज के प्रतिनिधि बादशाह को सजाने, जैन के प्रतिनिधि सवारी में शामिल लोगों को ठंडाई पिलाने आदि के काम करते हैं। अग्रवाल ने बताया कि कहानी के अनुसार टोडरमल को ढाई दिन के लिए बादशाह बनाने की खबर जब बीरबल (महेश दत्त) को मिली तो बीरबल खुशी से झूम उठे। इसलिए बादशाह की सवारी के आगे बीरबल के प्रतीक के तौर पर ब्राह्मण समुदाय के व्यक्ति को रखा जाता है। आज का बादशाह सोने की अशर्फियां तो लुटा नहीं सकता, इसलिए गुलाल को ही उड़ाया जाता है। गत वर्ष करीब एक लाख रुपए की गुलाल बादशाह द्वारा उड़ाई गई थी। बादशाह की सवारी के कार्यक्रम में मुस्लिम समुदाय के प्रतिनिधि भी उत्साह के साथ भाग लेते हैं। इसलिए होली के मौके पर ब्यावर कौमी एकता के रंग में रंग जाता है। बादशाह की सवारी में भाग लेने के लिए ब्यावर शहर के ही नहीं, बल्कि आसपास के 100 किलोमीटर के दायरे में रहने वाले ग्रामीण भी बड़ी संख्या में भाग लेते हैं। अग्रवाल ने बताया कि इस बार के समारोह को सफल बनाने में ब्यावर नगर पालिका की सभापति श्रीमती बबीता चौहान, एसडीएम आशीष गुप्ता, डीएसपी जय यादव, आयुक्त मुरारीलाल वर्मा, थानाधिकारी सत्येन्द्र नेगी के साथ-साथ मेला समिति के अध्यक्ष मुकेश अडऱका, मंत्री नितेश गोयल, सहसंयोजक ललित अग्रवाल, नरेन्द्र बजारी, संजय अग्रवाल आदि का सहयोग है। 25 मार्च को दोपहर 3.30 बजे से बादशाह की सवारी शुरू होगी जो देर रात तक शहर में भ्रमण करेगी।
एस.पी. मित्तल)  (16-03-2016)
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