Thursday 26 April 2018

आखिर कब सुनेंगे राजस्थान के स्कूली शिक्षा मंत्री।

स्कूल क्रमोन्नत करवाने के लिए छात्राओं को धरना प्रदर्शन करना पड़े तो किसी भी सरकार के लिए इससे ज्यादा शर्मनाक बात नहीं हो सकती। आखिर कब सुनेंगे राजस्थान के स्कूली शिक्षा मंत्री।
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अजमेर जिले के मसूदा विधानसभा क्षेत्र में आने वाले भरकाला गांव के राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय को लेकर एक ब्लाॅग मैंने 25 अप्रैल को लिखा था। इस ब्लाॅग के बाद गांव में उत्साह का संचार हुआ और 26 अप्रैल को स्कूल की छात्राओं और उनके अभिभावकों ने मसूदा उपखंड कार्यालय पर जोरदार धरना प्रदर्शन किया। तपती धूप में छात्राएं बैठी रही और स्कूल को क्रमोन्नत करने की मांग की। छात्राओं की ओर से उपखंड अधिकारी सुरेश चावला को जो ज्ञापन दिया गया उसमें कहा गया कि स्कूल को 12वीं कक्षा तक क्रमोन्नत करने के लिए पिछले एक वर्ष से मांग की जा रही हैं। सरकार के मापदंडों पर हमारा स्कूल खरा उतरता है, लेकिन इसके बाद भी स्कूल को क्रमोन्नत नहीं किया जा रहा। 299 विद्यार्थियों में से 155 छात्राएं हैं। चूंकि आठवीं के बाद पढ़ाई के लिए कोई आठ किलोमीटर दूर दूसरे गांव में जाना होता है, इसलिए अनेक छात्राएं आगे की पढ़ाई से वंचित हो जाती है। सुरक्षा के अभाव में अनेक अभिभावक अपनी बच्चियों को दूसरे गांव में पढ़ने के लिए नहीं भेजते। वैसे भी भरकाला से आसपास के गांव में जाने के लिए यातायात की सुविधा नहीं है। अभिभावकों के प्रतिनिधि मनोज काठात, रोशन काठात, अजीत आदि ने बताया कि स्कूल को क्रमोन्नत करने के लिए प्रदेश के शिक्षा राज्यमंत्री वासुदेव देवनानी से कई बार मुलाकात की गई। लेकिन आज तक भी स्कूल क्रमोन्नत नहीं हुई है। यदि अब भी स्कूल को क्रमोन्नत नहीं किया गया तो स्कूली छात्राएं और अभिभावक अजमेर में जिला मुख्यालय पर बेमियादी धरना देंगे। 26 अप्रैल के धरने के लिए छात्राएं और उनके अभिभावक भरकाला गांव से सुबह ही मसूदा कस्बे में आ गए थे। पहले छात्राओं ने मसूदा में रैली निकाली और फिर शाम तक उपखंड कार्यालय के बाहर धरना दिया। छात्राओं ने जमकर नारेबाजी भी की। 

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