Friday 20 April 2018

महेन्द्र सिंह रलावता के जन्म दिन पर अजमेर कांग्रेस में राजनीतिक हलचल।

महेन्द्र सिंह रलावता के जन्म दिन पर अजमेर कांग्रेस में राजनीतिक हलचल।
=======

20 अप्रैल को प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सचिव महेन्द्र सिंह रलावता के जन्म दिन पर जो कार्यक्रम हुए उससे अजमेर में कांग्रेस की राजनीति में हलचल हो गई है। इसमें कोई दो राय नहीं कि रलावता कई दशकों से कांग्रेस से जुड़े हुए हैं। रलावता शहर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष भी रहे चुके हैं। रलावता को प्रदेश अध्यक्ष सचिव पायलट के भरोसे का भी माना जाता है। रलावता के समर्थकों ने बीस अप्रैल को दिन भर राजनीतिक नजरिए से ही कार्यक्रम रखे। केसरगंज स्थित शहर कांग्रेस कमेटी के कार्यालय में भी रलावता का जन्म दिन उत्साह के साथ मनाया। रलावता के जयपुर रोड स्थित आवास पर भी दिन भर बधाई देने वाला का तांता लगा रहा। रलावता की ओर से जन्म दिन के उपलक्ष में ही 22 अप्रैल को एक बड़ा आयोजन किया जा रहा है। रलावता चाहते हैं कि इस आयोजन में प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष पायलट भी शामिल हों।
किसी भी राजनेता की इच्छा विधायक बनने की होती है। लम्बे अर्से तक कांग्रेस की राजनीति में सक्रिय रहते हुए रलावता को अभी तक भी सत्ता का सुख नहीं मिला है। रलावता की नजर अजमेर उत्तर विधानसभा क्षेत्र पर लगी हुई है। हाल ही के उपचुनाव में जिस तरह कांग्रेस को सफलता मिली उससे रलावता उत्साहित है। लेकिन रलावता के विधायक बनने की ख्वाहिश में पायलट की एक घोषणा बाधा बनी हुई है। असल में लोकसभा उपचुनाव के दौरान पायलट ने उत्तर क्षेत्र के सिंधी समुदाय को भरोसा दिलाया था कि आगामी विधानसभा चुनाव में सिंधी समाज के किसी व्यक्ति को ही उम्मीदार बनाया जाएगा। उत्तर क्षेत्र को सिंधी बहुल्य माना जाता है, इसलिए भाजपा अपना उम्मीदवार सिंधी समुदाय के व्यक्ति को बनाती है। वासुदेव देवनानी भाजपा उम्मीदवार के तौर पर लगातार तीन चुनाव इस क्षेत्र जीत चुके हैं। कांग्रेस ने गत दो बार गैर सिंधी को उम्मीदवार बनाया। रलावता के समर्थकों का दावा है कि रलावता उत्तर क्षेत्र से गैर सिंधी उम्मीदवार के तौर पर चुनाव जीत सकते हैं।

No comments:

Post a Comment