Monday 23 April 2018

आखिर वसुंधरा राजे के हिमायती मंत्री दिल्ली क्यों गए?

आखिर वसुंधरा राजे के हिमायती मंत्री दिल्ली क्यों गए?
8वें दिन भी घोषित नहीं हो सका भाजपा अध्यक्ष का नाम।
कांग्रेस ने दिखाई एकता।
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23 अप्रैल को भी राजस्थान के भाजपा अध्यक्ष का नाम घोषित नहीं हो सका है। इस बीच तेजी से बदलते घटनाक्रम में सीएम वसुंधरा राजे के समर्थक माने जाने वाले मंत्री राजपाल सिंह शेखावत, राजकुमार रिंणवा, अजय सिंह किलक, प्रभुलाल सैनी, सुरेन्द्र पाल टीटी, यूनुस खान, हेम सिंह भडाना आदि 23 को दिल्ली पहुंच गए हैं। इन मंत्रियों को भाजपा के राष्ट्रीय संगठन के महासचिव रामलाल से मुलाकात करने का प्रोग्राम है। जिस तरह से हिमायती मंत्री दिल्ली पहुंचे हैं, उससे प्रतीत होता है कि प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष का मामला सीएम वसुंधरा राजे और भाजपा हाईकमान के बीच जोरदार तरीके से उलझ गया है। अशोक परनामी ने गत 16 अप्रैल को इस्तीफा दिया था, लेकिन लाख कोशिश के बाद आलाकमान नए अध्यक्ष की घोषणा नहीं कर सका है। कहा जा रहा है कि आला कमान जिस नेता को अध्यक्ष बनाना चाहता है उस पर सीएम राजे की सहमति नहीं है। भाजपा के मंत्री और विधायक वसुंधरा राजे के साथ हैं, यह दिखाने और बताने के लिए ही मंत्रियों के एक दल को दिल्ली भेजा गया है। अब देखना है कि दिल्ली में इन हिमायती मंत्रियों को कितनी सफलता मिलती है। वसुंधरा राजे पहले भी दिल्ली में अपनी ताकत का प्रदर्शन कर चुकी है। 2008 के चुनाव में हारने के बाद जब विधानसभा में प्रतिपक्ष का नेता बनने का सवाल आया तो राजे ने अपने समर्थन में भाजपा विधायकों की परेड तबके राष्ट्रीय अध्यक्ष राजनाथ सिंह और प्रमुख नेता लालकृष्ण आडवानी के सामने करवाई थी। विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा का प्रदेशाध्यक्ष बनने के लिए भी राजे ने इसी तरह दबाव की राजनीति बनाई थी। हालांकि तब दोनों ही बार भाजपा हाईकमान को राजे के सामने झुकना पड़ा, लेकिन इस बार नरेन्द्र मोदी और अमित शाह की वजह से भाजपा आलाकमान भी तक मजबूत बना हुआ है।
सिरोही में खड़ा है चार्टर प्लेनः
23 अप्रैल को सीएम राजे एक दिवसीय पाली दौरे पर हैं। सीएम 23 अप्रैल की सुबह ही चार्टर प्लेन से सिरोही पहुंची और हेलीकाॅप्टर से पाली आईं। सिरोही में प्लेन के खडे़ रहने को लेकर भी कयास लगाए जा रहे हैं। माना जा रहा है कि दिल्ली दरबार में राजे को कभी भी तलब किया जा सकता है। चूंकि दिल्ली एयरपोर्ट पर हैलीकाॅप्टर उतरने में परेशानी है, इसलिए चार्टर प्लेन को पहले से सिरोही में तैयार रखा गया है।
कांग्रेस ने दिखाई एकताः
भाजपा में जहां प्रदेशाध्यक्ष को लेकर राजनीतिक खींचतान चल रही है वहीं कांग्रेस ने नवम्बर में होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर 23 अप्रैल को कोटा में हाड़ौती क्षेत्र के कार्यकर्ताओं का मेरा बूथ मेरा गौरव समारोह किया। हाड़ौती क्षेत्र में ही सीएम राजे और उनके सांसद पुत्र दुष्यंत सिंह का झालावाड़ जिला आता है। इस कार्यक्रम में हाड़ौती क्षेत्र के कार्यकर्ताओं ने उत्साह के साथ भाग लिया। कांग्रेस के सभी बड़े नेता प्रदेशाध्यक्ष सचिन पायलट की अगुवाई में मौजूद थे। पायलट के साथ राष्ट्रीय महासचिव सीपी जोशी, मोहन प्रकाश, अविनाश पांडे, विवेक बंसल आदि के साथ-साथ हाड़ौती क्षेत्र के सभी कांग्रेसी नेता उपस्थित रहे। पायलट का कहना रहा कि अब भाजपा का नेतृत्व किसी को भी सौंपा जाए, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता, क्योंकि जनता ने भाजपा को हराने का मन बना लिया है।

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