Sunday 15 April 2018

सीरिया में बमबारी का असर भारत पर पड़ सकता है।

सीरिया में बमबारी का असर भारत पर पड़ सकता है।
इसलिए सरकार खामोश है।
=====

नरेन्द्रमोदी के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार को हमारे कश्मीर के हालातों से ही परेशानी नहीं है बल्कि भारत से साढ़े तीन हजार किलोमीटर दूर सीरिया में हो रही बमबारी से भी परेशानी है। सीरिया में पिछले दिनों जो रासायनिक हमले हुए उसके जवाब में 14 अप्रैल की रात को अमरीका के विमानों ने सौ मिसाइलें सीरिया पर गिराई। अब रूस ने चेतावनी दी है कि कभी भी युद्ध हो सकता है। सीरिया, इरान, इराक, अरब आदि देशों के आसपास बसा हुआ है। सब जानते हैं कि इन्हीं मुस्लिम देशों से भारत सार्वधिक कच्चा तेल आयात करता है। भारत कुल खपत का 80 प्रतिशत कच्चा तेल विदेशों से आयात कर रहा है। ऐसे में सीरिया में होने वाली घटनाओं का असर कच्चे तेल के उत्पादन पर भी पड़ेगा। यदि और हालात बिगड़ते हैं तो अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में वृद्धि हो जाएगी। भारत में कई राज्यों में इस समय एक लीटर पेट्रोल के 80 रुपए से भी ज्यादा वसूले जा रहे हैं। जबकि डीजल 70 रुपए प्रति लीटर बिक रहा है। देश में पेट्रोल, डीजल के मूल्य बढने से पहले ही सरकार के प्रति रोष है अब यदि तेल के दामों में और वृद्धि की जाती है तो अंतरिक हालात बिगड़ेंगे ही। यह भी सब जानते हैं कि भारत में बीस प्रतिशत से भी ज्यादा मुस्लिम आबादी है। कहा जाता है कि भारत की मुस्लिम आबादी कई मुस्लिम देशों से ज्यादा है। ऐसे में मुस्लिम बहुल्य सीरिया में होने वाली घटनाओं का असर भारत भी पड़ेगा। इन सब हालात को देखते हुए भारत सरकार फिलहाल खामोश है।  रासायनिक हमले के समय तो भारत ने हल्की प्रतिक्रिया दी थी, लेकिन अभी अमरीका के हमले और रूस की धमकी पर भारत के विदेश मंत्रालय की ओर से कोई बयान सामने नहीं आया है। 

No comments:

Post a Comment